नई दिल्ली: दिल्ली की निजामुद्दीन में स्थित मरकज के कार्यक्रम के शुरू होने से पहले मौलाना साद के दिल्ली स्थित बैंक एकाउंट में विदेशों से पैसे का ट्रांजेक्शन फ्लो अचानक से बढ़ा था. जिसके चलते निजामुद्दीन स्थित बैंक के अधिकारियों ने बाकायदा मौलाना साद के चार्टर्ड एकाउंटेंट को बुलाकर पूछा था कि अचानक से इस बैंक एकाउंट में इतना पैसा कैसे आ रहा है? इस पैसे का सोर्स क्या है. आखिर कौन लोग है जो पैसा डाल रहे हैं और किस मकसद से? इन सभी सवालों की विस्तृत जानकारी बैंक ने चार्टर्ड अकाउंटेंट से मांगी थी.


बैंक अधिकारियों ने मरकज के प्रमुख मौलाना साद से मिलने के लिए भी कहा था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक उस बैंक के अधिकारियों ने मौलाना साद से भी मिलने के लिय कहा था जिस पर चार्टर्ड एकाउंटेंट ने बैक अधिकारियों को यह बोलकर पल्ला झाड़ लिया की मौलाना साहब बहुत बड़े आदमी हैं वो ऐसे किसी से नहीं मिलते.


बैंक ने इन ट्रांजेक्शन पर जताई थी आपत्ति


पुलिस सूत्रों के मुताबिक बैंक ने साद के एकाउंट में होने वाली ट्रांजेक्शन का संतोष जनक जवाब ना मिलने पर नाराजगी जताते हुए 31 मार्च तक बैंक एकाउंट में आने वाले ट्रांजेक्शन पर रोक लगाने की हिदायत भी दी थी. क्राइम ब्रांच की टीम ने इसी वजह से मरकज में फंडिंग के हवाला कनेक्शन को भी खंगालना शुरू किया है.


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