JNU हिंसा: पब्लिक नोटिस जारी कर जानकारी जुटाएगी क्राइम ब्रांच, घायल छात्रों के बयान भी लेगी
जेएनयू कैंपस में रविवार शाम उस वक्त हिंसा भड़क गई थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश बदमाशों ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद प्रशासन ने पुलिस को बुलाया.
नई दिल्ली: जेएनयू में छात्रों के साथ हुई हिंसा मामले में बड़ी जानकारी सामने आयी है. सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच को अब तक 100 मोबाइल फुटेज मिली है जिसमें प्रदर्शन से लेकर बवाल तक की फुटेज है. सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच की टीम आज एक पब्लिक नोटिस जारी कर सकती है.
इस नोटिस में जिसमें अखबारों और दूसरे सूचना माध्यम से अपील की जाएगी कि जिस किसी भी शख्स के पास इस घटना से जुड़ा कोई वीडियो हो तो उसे क्राइम ब्रांच को दें. साथ ही पुलिस ने घटना के चश्मदीदों से भी सामने आकर बयान देने को अपनी आंखों देखी बयान देकर मदद करें. क्राइम ब्रांच आज उन सभी 34 घायल छात्रों के बयान लेने जाएंगी,जो रविवार को घटना में घायल हुए थे.
रविवार की हिंसा से पहले तीन FIR दर्ज हुईं रविवार की हिंसा से 2-3 दिन पहले सर्वर रूम के बाहर हंगामा हुआ था. वहां तारें काटी गई थीं, गार्ड के साथ मारपीट भी हुई थी, उन घटनाओं में तीन एफआईआर दर्ज हुई थी. जिनमें आईशी घोष का नाम भी था. चौथी एफआईआर रविवार की घटना पर हुई थी.
हिंसा के विरोध में प्रोफेसर का कमेटी से इस्तीफा इसके साथ ही खबर है कि जेएनयू के प्रोफेसर सी पी चंद्रशेखर ने केंद्र सरकार की बनाई सांख्यिकी कमेटी से इस्तीफा दे दिया है. विश्वविद्यालय में हिंसा के बाद प्रोफेसर सी पी चंद्रशेखर ने व्यवस्था पर उठाए सवाल थे. सरकार ने ये कमेटी बनाई थी जो अर्थव्यवस्था के आंकड़ों की समीक्षा करने के लिए बनी है. हिंसा के विरोध में प्रोफेसर चंद्रशेखर ने इस्तीफा दिया है.