नई दिल्लीः कोविड-19 को लेकर जारी लॉकडाउन देशभर में धीरे धीरे चरणबद्ध तरीके से खुल रहा है. हर शहर में लगभग पहले की तरह ही काम शुरू हो गया है जिसके चलते सड़कों पर, मार्केट में भीड़ काफी बढ़ी है. यही वजह है की बदमाश एक बार फिर से वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने इस बढ़ते क्राइम ग्राफ को रोकने के लिए ऑपरेशन 'रोको टोको' रुको शुरू किया है.
इस ऑपरेशन के तहत दिल्ली की आठ डिस्ट्रिक्ट की पहचान की गई है जहां पर स्ट्रीट क्राइम सबसे ज्यादा बढ़ा है. पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक इन सभी डिस्ट्रिक्ट में चिन्हित किए गए इलाकों में पुलिस पिकेट, पेट्रोलिंग और इंटेलिजेंस यूनिट को बढ़ाया गया है. सभी पीसीआर, ट्रैफिक पुलिस और लोकल पुलिस को आपस में कॉर्डिनेट करके क्राइम को रोकने की हिदायत दी गई है और ऑपरेशन 'रोको टोको' में जगह-जगह सस्पेक्ट व्हीकल को रोककर चेकिंग करने की हिदायत दी गई है. जिससे सड़कों पर घूमते स्नेचर,लुटेरे और बदमाशों को गिरफ्तार किया जा सके.
पिछले एक हफ्ते में 251 बदमाशों की हुई है गिरफ्तारी
बढ़ते क्राइम को देखते हुए पुलिस अलर्ट पर है. पिछले एक हफ्ते में पुलिस ने 251 लुटेरे, स्नैचर, चोर और ऑटोलिफ्टर को गिरफ्तार किया है. इस दौरान पुलिस ने 55 मोबाइल फोन, 15 टू व्हीलर, 1 टेम्पो और 5 पिस्तौल बरामद की है.
लॉकडाउन और बढ़ी बेरोजगारी भी है बढ़ते क्राइम की वजह
पुलिस सूत्रों का कहना है कि लॉकडाउन और कोविड-19 के चलते अभी भी बाजार पूरी तरीके से सामान्य नहीं हुए हैं और बढ़ती बेरोजगारी भी बढ़ते क्राइम ग्राफ की वजह है. साथ ही लॉकडाउन में सड़के पूरी तरीके से खाली थी. दिल्ली छावनी बनी हुई थी यही वजह है कि क्राइम ग्राफ लगभग खत्म हो गया था लेकिन अब हालात सामान्य होने पर बदमाश एक बार फिर सड़कों पर हैं.
शाहीन बाग में फिर से धरने की सुगबुगाहट, अधिवक्ता ने की दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत