नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इंडियन एयरफोर्स से निष्कासित हो चुके एक शख्स को गिरफ्तार किया है. चक्रवीर चौधरी नाम के इस शख्स पर आरोप है कि इसने इंडियन एयरफोर्स और रेलवे में भर्ती के नाम पर कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर 2.7 करोड़ रुपये ठग लिए. पुलिस ने एक शिकायत की जांच के बाद इसे गिरफ्तार किया.
विंग कमांडर तेजवीर सिंह ने की थी शिकायत
दरअसल एयरफोर्स के विंग कमांडर तेजवीर सिंह ने शिकायत दी कि उन्हें एक फेक जॉब रैकेट का बारे में पता चला है उन्होंने बताया कि एक थान सिंह नाम का शख्स और उनकी एयरफोर्स का एक कर्मचारी एयरफोर्स और रेलवे में नौकरी के नाम से लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं. इस शिकायत के आधार पर आर्थिक अपराध शाखा ने मुकदमा दर्ज किया और मामले की जांच शुरू की शुरुआती जांच में पुलिस ने पाया कि भारतीय वायुसेना और भारतीय रेलवे में नौकरी का वादा करके बड़ी संख्या में लोगों के साथ ठगी की गई है.
सबसे पहले पुलिस ने उन लोगों के बयान दर्ज किए जिनके साथ ठगी की गई थी उन्होंने पुलिस को बताया कि थान सिंह और चक्र वीर चौधरी नाम के दो लोगों ने उन्हें भारतीय वायुसेना और भारतीय रेलवे में नौकरी दिलवाने का झांसा दिया. दोनों ने सारे डाक्यूमेंट्स इकट्ठे किए इतना ही नहीं उन्हें अप्वाइंटमेंट लेटर तक दिया गया लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि वह अपॉइंटमेंट लेटर फर्जी है. पुलिस की मानें तो थान सिंह को धोखाधड़ी के इस मामले में पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन चक्रवीर चौधरी काफी समय से फरार चल रहा था. पुलिस ने उसके खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट भी कोर्ट से लिया हुआ था.
चक्रवर्ती चौधरी को आगरा से गिरफ्तार किया गया
आर्थिक अपराध शाखा की टीम में चक्रवीर चौधरी की तलाश शुरू की पुलिस की टीम को पता चला तो चक्र वीर चौधरी आगरा में है. पुलिस की टीम ने जाल बिछाकर चक्रवर्ती चौधरी को आगरा से गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश करने के बाद उसे 2 दिन के रिमांड पर लिया पूछताछ में इस ने बताया कि दोनों मिलकर भोले भाले लोगों को रेलवे में और एयरफोर्स में नौकरी दिलवाने का झांसा देते थे और इसके बदले मोटी रकम एंड लेते थे जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि अब तक यह लोग 2 करोड़ 70 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दे चुके हैं.
भारतीय वायुसेना और रेलवे में नौकरी दिलवाने का वादा कर ऐसे करते थे ठगी
पुलिस के मुताबिक आरोपी चक्रवीर चौधरी ग्रेजुएट है जो इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद भारतीय वायु सेना में एयरक्रॉफ्ट मैन के रूप में भर्ती हुआ था. उसकी तैनाती आगरा में थी. जहां वो एक थान सिंह के संपर्क में आया जिसने उसे मोटी कमाई के लिए नकली भर्ती रैकेट चलाने की सलाह दी. इसके बाद दोनों आरोपियों ने मिलकर अलग-अलग जगह पर कोचिंग इंस्टिट्यूट में पढ़ रहे छात्रों को टारगेट करना शुरू किया और उन्हें भारतीय वायुसेना और रेलवे में नौकरी दिलवाने का वादा किया. जो भी छात्र इनके चंगुल में फंस जाता था यह लोग उससे मोटी रकम लेकर उसे एक फर्जी कॉल लेटर पकड़ा देते थे. फिलहाल चक्र वीर से पूछताछ जारी है.
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