तेलंगाना में विकाराबाद जिले के एक गांव में दवा कंपनियों की प्रस्तावित इकाइयों के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों पर कथित रूप से हमला करने को लेकर मंगलवार को 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को दुद्याला मंडल के लागाचर्ला गांव में कुछ ग्रामीणों की ओर से कथित तौर पर हमला करने से तीन अधिकारी, एक अतिरिक्त जिलाधिकारी, कोडंगल क्षेत्र विकास प्राधिकरण (केडीए) के अध्यक्ष और डीएसपी रैंक के एक पुलिस अधिकारी घायल हो गए.


तेलंगाना औद्योगिक अवसंरचना निगम (टीजीआईआईसी) की ओर से गांव के बाहर एक सार्वजनिक सुनवाई आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन इसी बीच भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की युवा शाखा के एक नेता ने जिलाधिकारी प्रतीक जैन से संपर्क किया और उनसे यह कहते हुए गांव में आने का अनुरोध किया कि किसान अपनी राय देंगे. पुलिस ने बताया कि यह अनुरोध स्वीकार करते हुए जिलाधिकारी किसानों की राय सुनने के लिए अन्य अधिकारियों के साथ गांव में गए, जहां एक भीड़ ने उनका विरोध किया.


हिरासत में 57 लोग


प्रदर्शनकारियों ने प्रतीक जैन एवं जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों के वाहनों पर पथराव किया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘ इस घटना के सिलसिले में मंगलवार को 57 लोगों को हिरासत में लिया गया. सत्यापन के दौरान 16 को हमले में लिप्त पाया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. बाकी लोगों को छोड़ दिया गया.’’ उन्होंने कहा कि आगे की जांच के बाद और गिरफ्तारी की जाएगी.


कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित 


पुलिस का कहना है कि बीआरएस की युवा शाखा के जिस नेता ने लोगों को इस ‘पूर्व-नियोजित हमले के लिए कथित रूप से उकसाया था, वह फरार है. इस घटना के सिलसिले में तीन प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं और दुद्याला मंडल में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गयी हैं. स्थिति अब नियंत्रण में है और अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. मामले की जांच जारी है. इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए तेलंगाना के उद्योग मंत्री डी श्रीधर बाबू ने कहा कि राज्य सरकार ने अधिकारियों पर हमले को गंभीरता से लिया है और वह इस घटना की गहन जांच करेगी. उन्होंने कहा कि घटना के दृश्यों से यह स्पष्ट है कि कुछ लोगों ने गांव के लोगों को भड़काने और जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों पर हमला करने की कोशिश की.


कांग्रेस सरकार पर किसानों को गिरफ्तार करने का लगाया आरोप


श्रीधर बाबू ने आरोप लगाया कि मुख्य विपक्षी दल बीआरएस सत्ता खोने के बाद हताश है और वह हर कदम पर कांग्रेस सरकार के कल्याण और विकास संबंधी कदमों में बाधाएं उत्पन्न कर रहा है. बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामाराव ने कांग्रेस सरकार पर ‘आधी रात को किसानों को गिरफ्तार करने’ का आरोप लगाया. वहीं रामाराव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘बीआरएस किसानों की गिरफ्तारी की निंदा करती है और पुलिस कार्रवाई का विरोध करती है.’’ यह गांव मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के विधानसभा क्षेत्र कोडंगल का हिस्सा है.


यह भी पढ़ें- बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले नहीं रुके तो सीमा पर विरोध प्रदर्शन करेंगे: शुभेंदु अधिकारी