नई दिल्ली: कर्नाटक के बेलगावी में कोबरा कमांडो को थाने में चेन से बांधने और बदसलूकी के मामले को सीआरपीएफ मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है. सीआरपीएफ के एडिशनल डीजी ने इस मामले में कर्नाटक पुलिस के महानिदेशक को चिठ्ठी लिखी है. साथ ही सीआरपीएफ ने भरोसा दिलाया है कि मंगलवार को जब कोबरा कमांडो की जमानत याचिका अदालत में आएगी तो उस दौरान सीआरपीएफ के अधिकारी भी वहां मौजूद रहेंगे.
सीआरपीएफ के मुख्य प्रवक्ता डीआईजी एम धिनाकरन के मुताबिक, जमानत मिलने के बाद कोबरा कमांडो के मामले की जांच संजीदगी से की जाएगी ताकि मामले का निपटारा किया जा सके.
आपको बता दें कि इन दिनों सोशल मीडिया पर कर्नाटक के बेलगावी के एक थाने की फोटो वायरल हो रही है जिसमें सीआरपीएफ की कोबरा यानि कमांडो बटालियन फॉर रेसोलेट एक्शन के एक जवान को जमीन पर नीचे बैठा दिखाया गया है और उसके हाथ चेन से बंधे हैं.
जानकारी के मुताबिक, ये फोटो सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो सचिन सुनील सावंत की है जिन्हें कर्नाटक पुलिस ने पुलिसवालों से मारपीट और काम में बाधा डालने के साथ-साथ महामारी रोग अधिनियम के तहत 23 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. दरअसल, कमांडो सचिन इन दिनों बेलगामी में अपने घर पर छुट्टी पर गए हुए थे. लेकिन लॉकडाउन के चलते उन्हें छुट्टी खत्म होने पर भी अपने घर ही रूकना पड़ा.
23 तारीख की दोपहर को सचिन अपने घर के बाहर अपनी बाइक धो रहे थे. उसी दौरान लॉकडाउन लागू कराने के इरादे से मोबाइल-गस्त पर तैनात दो पुलिसकर्मियों ने उन्हें देखा और मास्क ना लगाने को लेकर सचिन से कहासुनी हो गई. बहस बढ़कर हाथापाई तक पहुंच गई. पुलिस का आरोप है कि सचिन ने पुलिसवालों से मारपीट की. इस आरोप पर पुलिस ने सचिन को गिरफ्तार कर लिया और सदाला थाने के लॉकअप में डाल दिया.केस दर्ज होने के बाद सचिन की यूनिट ने उसे नौकरी से सस्पेंड भी कर दिया था.
जमीन पर बैठे और हाथ चेन से बंधे सचिन की जो फोटो वायरल हो रही है वो कर्नाटक पुलिस की कस्टडी की है. लेकिन बाद में सचिन के परिवारवालों ने पुलिसकर्मियों से मारपीट की वीडियो सीआरपीएफ के वरिष्ट अधिकारियों से साझा की तो पता चला कि कर्नाटक पुलिस के कर्मियों ने भी सचिन की पिटाई की थी और उसे चेन में बांधा था. इसके बाद ही सीआरपीएफ मुख्यालय ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए कर्नाटक पुलिस की डीजीपी को पत्र लिखा और अब सचिन की जमानत की कवायद में जुटी है.