नई दिल्ली: हाल ही में पहले सीआरपीएफ के जवान के साथ कश्मीर के कुछ युवकों ने बदसलूकी की थी. सोशल मीडिया पर जवानों की बदसलूकी का वीडियो वायरल हो गया था, जिसके बाद कई लोगों ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी थी और घटना की निंदा की थी.


ईवीएम लेकर निकल रहे थे और कुछ लोग उन्हें टॉर्चर कर रहे थे: सीआरपीएफ जवान


बदसलूकी का शिकार हुए बीएसएफ जवानों में से एक विक्की विश्वकर्मा छुट्टी पर अपने घर आए हुए हैं. विकी ने बताया कि जब ड्युटी खत्म कर ईवीएम लेकर निकल रहे थे, तभी कुछ लोगों ने उन्हें टॉर्चर करना शुरू कर दिया. विक्की ने बताया कि जब वे अपनी ड्युटी से लौट रहे थे तो वहां के स्थानिय लोगों ने उनके साथ बदसलूकी शुरू कर थी. उनलोगों के हाथ में डंडा और पत्थर था, इसके साथ ही वे पाकिस्तान का नारा लगा रहे थे. विक्की ने कहा, ''वे लोग हमसे पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने के लिए कह रहे थे, लेकिन हमने ऐसा कुछ नहीं कहा.. हम देश के लिए जीते हैं.'' विक्की ने कहा कि जब वे लोग हम पर हमला कर रहे थे, हमने खुद पर बहुत संयम से काम किया और चुपचाप वहां से निकल गए. लोग भी इस बात की तारीफ कर रहे हैं कि हाथ में बंदूक होते हुए भी उन्होंने धैर्य का परिचय दिया.



सारी बातें भूलकर बीमार मां और बहन की शादी पर ध्यान देना चाहते हैं विकी


सीआरपीएफ के जवान विक्की विश्वकर्मा और दूसरे जवानों को ईवीएम और चुनाव अधिकारियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिली थी. उन्होंने इस काम को बखूबी अंजाम भी दिया. ओडिशा के रहने वाले विकी फिलहाल वो सारी बातों को भूल कर अपनी बीमार मां और बहन की शादी पर ध्यान देना चाहते हैं.



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