महिला आरक्षण का जश्न मनाने के लिए CRPF ने निकाली मेगा मोटरसाइकिल रैलियां, एलजी मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडी
CRPF Rally In Jammu-Kashmir: सीआरपीएफ की कुल 150 महिला जवान और अधिकारी शिलांग, श्रीनगर और कन्याकुमारी से तीन रैलियों में 25 मोटरसाइकिलों और प्रत्येक में 50 सवारों के साथ भाग लेंगे.
CRPF Mega Motorcycle Rally: आजादी का अमृत महोत्सव और महिला शक्ति का जश्न मनाने के लिए सीआरपीएफ ने देश भर में मेगा मोटर साइकिल रैलियों का आयोजन किया. रैली का मकसद महिला सशक्तिकरण, वीरता और हाल ही में पारित आरक्षण बिल है, जिससे विधायिका में अधिक महिलाएं दिखाई देंगी.
देश की नारी शक्ति का जश्न मनाते हुए यशस्विनी नामक तीन मोटर साइकिल रैलियां श्रीनगर, शिलांग और कन्याकुमारी से शुरू होकर 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस पर गुजरात पहुंचेंगी.
एलजी मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडी
श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक से पहली रैली को हरी झंडी दिखाते हुए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सामान्य रूप से देश की महिलाओं और विशेष रूप से सीआरपीएफ महिला जवानों की भूमिका की सराहना की. शिलांग और कन्याकुमारी से रैलियों को 5 अक्टूबर को हरी झंडी दिखाई जाएगी.
मनोज सिन्हा ने सीआरपीएफ में महिला जवानों और अधिकारियों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि देश ने नारी शक्ति और इन महिला जवानों की वीरता और कर्तव्य को देखा है, और अब देश राष्ट्रीय गौरव के प्रति उनके उत्साह का भी जश्न मनाएगा.
गुजरात में खत्म होगी मोटरसाइकिल रैली
श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक से रवाना की गई पहली रैली में 25 मोटरसाइकिलों पर सीआरपीएफ की 50 महिला जवान और अधिकारी शामिल हैं. मोटर साइकिल अभियान एक पूरी तरह से महिला कार्यक्रम है और यह यात्रा कश्मीर, कन्याकुमारी और शिलांग से होकर एक महीने से भी कम समय में पूरी होगी.
सीआरपीएफ कश्मीर के आईजी अजय भल्ला ने कहा कि मोटर साइकिल अभियान का मकसद देश की महिलाओं और नारी शक्ति के संकल्प का जश्न मनाना है और इसे ऐतिहासिक लाल चौक से शुरू करना नया कश्मीर की शुरुआत है के संदेश के साथ है.
उन्होंने कहा कि लाल चौक अन्य चीजों के लिए कुख्यात है, लेकिन इस जगह के बारे में सभी ऐतिहासिक घटनाओं और बुरी यादों के बीच रैली कश्मीर से देश के बाकी हिस्सों में अच्छे समय की अच्छी शुरुआत का संदेश देती है.
CRPF की 150 महिला जवान होंगी रैली का हिस्सा
सीआरपीएफ की कुल 150 महिला जवान और अधिकारी शिलांग, श्रीनगर और कन्याकुमारी से तीन रैलियों में 25 मोटरसाइकिलों और प्रत्येक में 50 सवारों के साथ भाग लेंगे. रैलियां 2174 किलोमीटर की दूरी तय करके गुजरात के एकता नगर पहुंचेंगी और 31 अक्टूबर को सरदार पटेल के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय एकता दिवस में भाग लेंगी. राष्ट्रीय एकता दिवस पहली बार वर्ष 2014 में मनाया गया था.