CRPF Advisory: नफरत फैलाने के लिए शहीदों की झूठी तस्वीरों का इस्तेमाल हो रहा है, यहां करें रिपोर्ट
मदद के नाम पर लोगों को ठगने के लिए कई फर्जी कंपनियों के बनने की बात भी सामने आई है. शहीदों के परिवार वालों के लिए मदद के लिए आम लोग भी सामने आए हैं. इनमें ज्यादातर लोग ऑनलाइन माध्यम से आर्थिक मदद कर रहे हैं.
नई दिल्ली: पुलवामा हमले में देश की 40 जवान शहीद हो गए. इस हमले के बाद एक तरफ जहां लोग जवानों की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कि जवानों की शहादत का इस्तेमाल लोगों में नफरत पैदा करने के लिए कर रहे हैं. ऐसे लोगों से बचने के लिए सीआरपीएफ की तरफ से देश के लोगों के लिए सलाह जारी की गई है.
सीआरपीएफ ने यह सलाह जारी करते हुए कहा, ''हमारे नोटिस में आया है कि कुछ लोग शहीद जवानों के शरीर के हिस्सों की झूठी तस्वीरों को इस्तेमाल नफरत फैलाने के लिए कर रहे हैं. हमें इस मुश्किल वक्त में एक साथ रहना है. आप नफरत फैलाने वाले कोई भी फोटो या पोस्ट को शेयर नहीं करें. webpro@crpf.gov.in पर आप इस तरह की फोटो या पोस्ट के बारे में शिकायत कर सकते हैं.''
ADVISORY: It has been noticed that on social media some miscreants are trying to circulate fake pictures of body parts of our Martyrs to invoke hatred while we stand united. Please DO NOT circulate/share/like such photographs or posts. Report such content at webpro@crpf.gov.in
— 🇮🇳CRPF🇮🇳 (@crpfindia) February 17, 2019
इसके अलावा मदद के नाम पर लोगों को ठगने के लिए कई फर्जी कंपनियों के बनने की बात भी सामने आई है. शहीदों के परिवार वालों के लिए मदद के लिए आम लोग भी सामने आए हैं. इनमें ज्यादातर लोग ऑनलाइन माध्यम से आर्थिक मदद कर रहे हैं. लोगों की इन्हीं संवेदनाओं का फायदा उठाने के लिए कुछ फर्जी कंपनियों के बनने की बात सामने आई है. और उन कंपनियों ने लोगों को ठगने के लिए फर्जी अकाउंट बना लिए हैं.
भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने भी इस बात की भनक लगते ही लोगों के लिए सलाह जारी की है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि आम जन शहीदों के परिवार की आर्थिक मदद उनकी आधिकारिक वेबसाइट bharatkeveer.gov.in पर सीधे कर सकते हैं. मंत्रालय ने इसे लेकर ट्वीट भी किया है.
पुलवामा हमला: सरकार का बड़ा फैसला, घाटी में मीरवाइज समेत 5 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापसIt is also reported that some unscrupulous elements are soliciting contributions from people through other accounts. It is advised that people desirous of supporting families of martyrs of CAPFs should only contribute through the website - https://t.co/wkuXoWnRJL
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) February 16, 2019