नई दिल्ली: इस साल गणतंत्र दिवस परेड में सीआरपीएफ की महिला बटालियन का मोटरसाइकिल दस्ता भी आकर्षण का केंद्र रहने वाला है. राजपथ पर मौजूद वीवीआईपी से लेकर आम दर्शक तक बाइक पर उनके करतब देखकर दांतों तले उंगलियां दबाने पर मजबूर हो जाएंगे.
ये पहली बार है कि जब गणतंत्र दिवस परेड में महिलाओं की एक पूरी टीम बाइक पर स्टंट करते नजर आएगी. सीआरपीएफ की इस 'डेयरडेविल' टीम में कुल 65 महिलाकर्मी हैं. ये सभी जम्मू कश्मीर, नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ या फिर देश के दूरदराज इलाकों में तैनात हैं और राजधानी दिल्ली में राजपथ की परेड के लिए पहुंची हैं. इस दस्ते की कमांडर इंस्पेक्टर सीमा नाग हैं जो आरएएफ में तैनात हैं.
सीआरपीएफ की ये महिला टीम राजपथ पर अपनी बाइक्स को सीढ़ी पर चढ़कर चलाती दिखेंगी तो कुछ पिस्टल फायरिंग की पोजीशन में चलाती दिखेंगी. कुछ महिलाकर्मी अपनी बाइक पर पिरामिड बनाएंगी तो कुछ हाथ में तिरंगा और सीआरपीएफ का फ्लैग लेकर बाइक चलाएंगी. आपको बता दें कि सीआरपीएफ देश ही नहीं पूरे एशिया की ऐसी फोर्स है जिसने सबसे पहले महिला बटालियन खड़ी की थी. वर्ष 2001 में संसद पर हुए हमले के दौरान सीआरपीएफ की कांस्टेबल कमलेश कुमारी को आतंकियों के खिलाफ अदम्य साहस से लड़ने के लिए वीरता का सबसे बड़ा पुरस्कार अशोक चक्र मरणोपरांत दिया गया था.
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