Family of Sameer Wankhede met Governor: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े(Sameer Wankhede) के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े और उनकी बहन यासमीन वानखेड़े मंगलवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने पहुंचे. ज्ञानदेव और यासमीन वानखेड़े के साथ समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर भी मौजूद रहीं. बता दें कि समीर वानखेड़े के परिवार ने राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा था.
समीर वानखेड़े को लेकर NCP के नेता नवाब मलिक द्वारा की जा रही बदनामी को लेकर ये मुलाकात हुई. समीर वानखेड़े का परिवार इससे पहले केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले और SC कमीशन से भी मुलाकात कर चुका है. जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में समीर वानखेड़े के परिवार और नवाब मलिक के बीच नोंकझोक जारी है. नवाब मलिक के आरोपों से समीर वानखेड़े का परिवार खफा है.
पिता ने दर्ज कराई है शिकायत
समीर वानखेड़े के परिवार का आरोप है कि नवाब मलिक जानबूझकर उन्हें बदनाम कर रहे हैं. समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने सहायक पुलिस कमिश्नर के पास शिकायत भी दर्ज कराई है. जिसमें महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत कथित तौर पर अपने परिवार की जाति के बारे में झूठे आरोप लगाने के लिए ये शिकायत की गई है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि एनसीपी नेता मलिक ने कई मीडिया प्लेटफार्मों पर उनके और उनके परिवार के सदस्यों के साथ-साथ उनकी जाति के खिलाफ गलत और अपमानजनक टिप्पणी की.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने मलिक से जवाब दाखिल करने को कहा
उधर, बॉम्बे हाईकोर्ट ने नवाब मलिक को समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े द्वारा दायर 1.25 करोड़ रुपये के मानहानि के मुकदमे में अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. मलिक के वकील अतुल दामले द्वारा यह वचन देने से इनकार करने के बाद कि मंत्री टिप्पणी पोस्ट नहीं करेंगे या मीडिया को संबोधित नहीं करेंगे. न्यायमूर्ति एमजे जामदार ने अब मामले को बुधवार (10 नवंबर) को अंतरिम राहत पर आगे की सुनवाई के लिए निर्धारित कर दिया है.
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