Crypto Criminal Network: वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में बताया कि क्रिप्टो करंसी का इस्तेमाल देश में नशीले पदार्थों, नशीली दवाओं की तस्करी और गैर कानूनी तरीके से विदेशी मुद्रा संचालन (हवाला) में किया जा रहा है. मंत्रालय के अनुसार हाल के वर्षों में जांच एजेंसियों के सामने ऐसे कई मामले आए हैं जहां क्रिप्टो करंसी का इस्तेमाल अपराधों के लिए किया गया. इन मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत कार्रवाई कर रहा है.


वित्त मंत्रालय के अनुसार क्रिप्टो करंसी का इस्तेमाल मादक पदार्थों की तस्करी में भी किया गया है. एक प्रमुख मामले में करीब 130 करोड़ रुपये की क्रिप्टो करंसी जब्त की गई और पीएमएलए के तहत कार्रवाई की गई. मंत्रालय ने यह भी बताया कि मनी लांड्रिंग के लिए भी क्रिप्टो करंसी का इस्तेमाल किया गया है जिससे अवैध गतिविधियों की जांच में तेजी लाई गई है.


हवाला के लिए क्रिप्टो करंसी का इस्तेमाल


इसके अलावा वित्त मंत्रालय ने यह भी बताया कि क्रिप्टो करंसी का इस्तेमाल हवाला संचालन के लिए किया गया है. 3 मामलों में 1.36 करोड़ रुपये की क्रिप्टो करंसी जब्त की गई और पीएमएलए के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की गई. इसके साथ ही अपराध से अर्जित 40.46 करोड़ रुपये की संपत्ति को फ्रीज किया गया और 5 आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया.


नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की जांच में क्रिप्टो करंसी का संलिप्तता


नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने अपनी जांच में पाया गया कि ड्रग तस्करों ने बिटकॉइन, मोनेरो, एक्सएमआर, यूएसडीटी, टीआरएक्स और ईथर जैसी क्रिप्टो करंसी का इस्तेमाल अपराधों में किया है. इन डिजिटल मुद्राओं के माध्यम से तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियां चल रही हैं जिससे न केवल देश की सुरक्षा बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार अपराधों पर भी असर पड़ रहा है.


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