आॉपरेशन 'सीएम की नाक के नीचे' का बड़ा असर: जांच के आदेश, मुख्य सचिव ने सुबह 11 बजे तक मांगी रिपोर्ट
ABP न्यूज़ ने ‘ऑपरेशन सीएम की नाक के नीचे’ के तहत उत्तर प्रदेश विधानसभा की इमारत में स्टिंग ऑपरेशन करके रिश्वतखोरी का खुलासा किया है. स्टिंग ऑपरेशन में यूपी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर, अर्चना पांडे और संदीप सिंह के निजी सचिव कैमरे में घूस की डीलिंग करते हुए कैद हुए थे.
नई दिल्ली: एबीपी न्यूज के स्टिंग ऑपरेशन 'सीएम की नाक के नीचे' का बड़ा असर हुआ है. योगी सरकार ने तीनों मंत्रियों के निजी सचिवों के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं. आज सुबह 11 बजे तक रिपोर्ट मांगी गई है. एबीपी न्यूज के स्टिंग ऑपरेशन में यूपी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर, अर्चना पांडे और संदीप सिंह के निजी सचिव कैमरे में घूस की डीलिंग करते हुए कैद हुए थे.
स्टिंग ऑपरेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री राजभर पल्ला झाड़ते दिखे. ओम प्रकाश राजभर ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि वो सरकारी कर्मचारी हैं, हम उनके खिलाफ कार्रवाई कैसे कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि मैं कार्रवाई क्यों करूं, मुख्य सचिव करें. राजभर ने स्टिंग ऑपरेशन में अपने कमरे में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की तस्वीरें लगी होने से भी इनकार कर दिया. हालांकि बाद में उन्होंने माना कि उनका ही कमरा था.
वहीं मंत्री अर्चना पांडे ने दोषी निजी सचिवों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही. अर्चना पांडे ने कहा, ''ये मेरे लिए बहुत आश्चर्य की बात है कि मेरे ही कमरे में ऐसा काम हो रहा था. मेरी राजनीति की शुरूआत बेहद ईमानदार रही. पिचले दौ साल में मैंने पूरा प्रयास किया है कि मैं ईमान दार रहूं. आज जो हुआ उसे देखकर मुझे दुख भी है और चिंता भी है. मैं इसके खिलाफ जांच करवाऊंगी और दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा.''
वहीं मंत्री संदीप सिंह से एबीपी न्यूज ने बात करने की कोशिश की तो वो विदेश में थे जिस वजह से उनका पक्ष नहीं मिल पाया है. एबीपी न्यूज़ जल्द ही उनका पक्ष भी सामने लाने की कोशिश करेगा. एबीपी न्यूज़ के खुलासे के बाद पूरे महकमे में हड़कंप मचा हुआ है, इसके साथ ही सभी के मन में ये सवाल गूंज रहा है कि मुख्यमंत्री की नाक के नीचे इतनी बड़ा कांड चल रहा था और किसी को कानों कान खबर तक नहीं थी.
खुफिया कैमरे पर राजभर के सचिव ने क्या कहा? एबीपी न्यूज के अंडरकवर रिपोर्टर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप के पास एक सूत्र के साथ पहुंचे. हमारे रिपोर्टर ने एक बेसिक शिक्षा अधिकारी का ट्रांसफर करवाने के लिए राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप से बात की. रिपोर्टर ने उनसे जब इस काम का रोट पूछा तो उन्होंने साफ साफ शब्दों में कहा कि 30 से 40 (लाख) तो चलता है.
स्टिंग ऑपरेशन: यूपी विधानसभा की इमारत में मंत्री राजभर के निजी सचिव ने ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए मांगी रिश्वतखुफिया कैमरे में कैद बाकी दो सचिव ने क्या कहा? ऑपेशन सीएम की नाक के नीचे में यूपी की खनन मंत्री अर्चना पांडे के निजी सचिव एसपी त्रिपाठी भी खनन डीलिंग करते हुए कैद हुए. एसपी त्रिपाठी ने एबीपी न्यूज के अंडरकवर रिपोर्टर से कहा कि आपकी पैसा लगाने वाली पार्टी अच्छी होनी चाहिए बाकी कोई दिक्कत नहीं, इधर तो पैसा बहुत है.
सरकारी स्कूल में बच्चों को दी जाने वाली किताबों की सप्लाई का ठेका पाने के लिए कैसे घूस का गिरोह चलता है. बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी एबीपी न्यूज के अंडरकवर रिपोर्टर के खुफिया कैमरे पर इसके लिए डील करने को तैयार हो गए.
यहां देखें ऑपरेशन 'सीएम की नाक के नीचे' का पूरा इंटरव्यू