Graduation Programme: सेंट स्टीफंस कॉलेज (St. Stephen's College) के प्रिंसिपल जॉन वर्गीज (John Varghese) को दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन (Delhi University Administration) की तरफ से सत्र 2022-2023 के लिए ग्रेजुएशन प्रोग्राम (Graduation Programme) के लिए प्रवेश नीति से संबंधित पत्र लिखा गया है. दरअसल दिल्ली यूनिवर्सिटी में अगले सत्र से CUET (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) के जरिए एडमिशन लिया जाएगा. दिल्ली यूनिर्वसिटी ने यूजीसी के फैसले का स्वागत करते हुए अकेडमिक काउंसिल की बैठक में ये फैसला 21 मार्च को लिया था. 


डीयू के टॉप रैंक कॉलेज में शामिल सेंट स्टीफेंस एक माइनोरिटी कॉलेज (Minority College) है जिसमे 50 ओपन सीटें केवल CUET स्कोर की योग्यता के आधार पर भरा जाएगा. वहीं 50 माइनोरिटी उम्मीदवारों के लिए बची हुई 50 प्रतिशत सीटें CUET स्कोर के 85 प्रतिशत वेटेज और 15 प्रतिशत इंटरव्यू के आधार पर जोड़ कर भरी जाएंगी. यह इंटरव्यू सेंट स्टीफंस कॉलेज द्वारा आयोजित किया जाएगा.


ईसाई समुदाय से संबंधित उम्मीदवारों के प्रवेश के लिए एक ही मेरिट लिस्ट होनी चाहिए. जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के अंदर किसी भी उप-श्रेणियों को शामिल नहीं किया जाएगा.  


आरक्षित सीटों पर 85:15 रेश्यो लागू होगा


बता दें कि कॉलेज द्वारा सभी उम्मीदवारों के लिए इंटरव्यू (साक्षात्कार) के लिए 15 प्रतिशत का वेटेज नहीं दिया जा सकता है, यह दिल्ली विश्वविद्यालय के नियमों के खिलाफ है. केवल 50 प्रतिशत अल्पसंख्यक उम्मीदवारों के लिए आरक्षित सीटों पर 85:15 रेश्यो लागू होगा.


दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता कहते हैं कि प्रवेश के लिए जरूरी नियमों का पालन ना करने पर विश्वविद्यालय द्वारा कैंडिडेट को मान्यता नहीं दी जाएगी और इसे शून्य माना जाएगा. प्रवेश नीति का उल्लंघन करने के का खामियाजा उम्मीदवारों को भुगतना पड़ सकता है लेकिन इसके लिए डीयू प्रशासन जिम्मेदार नहीं होगा.


ये भी पढ़ें:


Punjab: पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला क्यों हुए गिरफ्तार?, जानिए क्या है पूरा मामला


Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी केस में 26 मई को होगी अगली सुनवाई, कोर्ट ने दोनों पक्षों से सर्वे रिपोर्ट पर मांगी आपत्तियां