जम्मू: जम्मू शहर में शनिवार को दूसरे दिन भी कर्फ्यू जारी रहा और सेना ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया. पुलवामा में आतंकवादी हमले में 40 सुरक्षा कर्मियों की शाहदत के बाद एक विरोध प्रदर्शन में हिंसा भड़क गई थी.


अधिकारियों ने बताया कि जम्मू विश्वविद्यालय ने शनिवार को होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है और समूच जम्मू क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद है. जम्मू -श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन में भूस्खलन की वजह से श्रीनगर जाने वाले वाहनों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में आगे बढ़ने की इजाजत दे दी गई है.


जम्मू-संबा-कठुआ रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक विवेक गुप्ता ने कहा, ‘‘ कर्फ्यू को सख्ती से लागू किया जा रहा है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है.’’ जम्मू के उपायुक्त रमेश कुमार ने कहा कि अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और शुक्रवार को लगाए गए कर्फ्यू में ढील पर आज दिन में निर्णय किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि सेना ने शनिवार को शहर के संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया.


एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पूरे शहर में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन की मदद के वास्ते सेना ने शनिवार को हवाई समर्थन के साथ सुरक्षा बलों की नौ और टुकड़ियां तैनात की गई हैं. शुक्रवार को भी सेना की नौ आंतरिक सुरक्षा टुकड़ियां भी तैनात की गई थीं.


जम्मू चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जेसीसीआई) द्वारा आहूत एक आम हड़ताल में शहर में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन हुए थे. लोग पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा करने के लिए सड़कों पर उतर आए थे और शहीद जवानों के लिए कैंडल मार्च निकाला था.


शुक्रवार को पथराव की घटना में कुछ पुलिस कर्मियों समेत नौ लोग जख्मी हो गए थे और कई गाड़ियों को आग लगा दी गई थी और क्षतिग्रस्त किया गया था. जेसीसीआई ने हिंसा को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया था और कहा था, ‘‘हम बदमाशों को जम्मू में भाईचारे और शांति को बाधित करने नहीं देंगे जहां सभी धर्म के लोग मिलकर रहते हैं.’’


इसने कहा था कि बंद का विस्तार नहीं किया जाएगा. जम्मू विश्वविद्यालय के प्रवक्ता विनय थुसू ने कहा कि शनिवार को होने वाले सभी तरह की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इम्तिहान की नई तारीख को बाद में अधिसूचित किया जाएगा.