भुवनेश्वर: पुरी में भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा को लेकर एक दिन पहले आज रात 8 बजे कर्फ्यू लगाया जाएगा. वहीं, 13 जुलाई को सुबह आठ बजे तक जारी रहेगा. बता दें, इस साल रथ यात्रा 12 जुलाई को होगी.


रथ यात्रा का उत्सव शुक्रवार को भगवान के 'नव यौवन दर्शन' के साथ शुरू हो गया, जिसके दौरान 'अनासरा घर' में 14 दिन रहने के बाद उनकी युवावस्था की पूजा की जाती है. पुरी शहर के सभी प्रवेश बिंदुओं को सील कर दिया जाएगा.


श्रद्धालु नहीं ले सकेंगे भाग


कोविड-19 महामारी के मद्देनजर भक्तों को नियंत्रण में रखने के लिए प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. 16 जुलाई तक उच्च संक्रमण दर वाले 10 तटीय जिलों में लगाए गए सप्ताहांत बंद में पुरी शहर में प्रतिबंधों में कुछ ढील दी जाएगी. त्रिदेव-भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा 'अनासरा घर' में 14 दिन बिताने के बाद 'नव यौवन दर्शन' के दौरान प्रकट हुए.


टीवी पर रथ यात्रा का सीधा प्रसारण देखने की सरकार की अपील


हालांकि, श्रद्धालु उत्सव में सीधे भाग नहीं ले सकेंगे क्योंकि महामारी के कारण किसी को भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है. राज्य सरकार ने लोगों से उत्सव के दौरान पुरी नहीं जाने और टीवी पर रथ यात्रा का सीधा प्रसारण देखने की अपील की है. आमतौर पर रथ यात्रा के दौरान पुरी में लगभग 10 लाख लोग इकट्ठा होते हैं.


छतों से भी रस्म देखने की अनुमति नहीं


आपको बता दें, रथयात्रा उत्सव श्रद्धालुओं की भीड़ के बगैर ही होगा और उन्हें रथ के मार्ग में छतों से भी रस्म देखने की अनुमति नहीं होगी. पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने कहा कि प्रशासन ने अपने फैसले की समीक्षा की है और रथयात्रा का दृश्य घरों व होटलों की छतों से देखने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है.