नई दिल्लीः संसद का मौजूदा सत्र 7 अगस्त तक सत्र बढ़ गया है. संसद में लंबित पड़े कामकाज के चलते सरकार ने ये फैसला किया है कि संसद का मौजूदा सत्र 12 दिन के लिए बढ़ा दिया जाए. संसद सत्र की तिथियां बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स की बैठक में ये फैसला लिया गया है.


इससे पहले 22 जुलाई को खबर आई थी कि संसद के वर्तमान सत्र की अवधि 3 दिनों तक बढ़ाई जा सकती है. उस दिन लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमिटी की बैठक में सरकार ने यह प्रस्ताव रखा था. हालांकि विपक्ष ने उस दिन भी इसका विरोध किया था और कहा था कि सरकार इसके जरिए गलत परंपरा की शुरुआत कर रही है.





26 जुलाई को खत्म होने वाला था सत्र
15 जून से शुरू हुआ संसद का वर्तमान सत्र पहले तय समय के मुताबिक 26 जुलाई को समाप्त होने वाला था. यह सत्र पिछले 20 सालों में सबसे ज्यादा कामकाज करने वाला सत्र बन गया है. सरकार की मंशा है कि ज्यादा से ज्यादा विधेयकों को इसी सत्र में पारित करवा लिया जाए. जिन महत्वपूर्ण बिलों को पारित करवाया जाना है उनमें तीन तलाक बिल, राष्ट्रीय मेडिकल आयोग बिल, सेरोगेसी बिल और ट्रांसजेंडर अधिकार बिल शामिल है.


लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सत्र बढ़ाने के सरकार के निर्णय के बारे में सदन को जानकारी दी.  लोकसभा में तीन तलाक विरोधी विधेयक पारित होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अभी 17 विधेयक लंबित हैं, इसलिए हम चाहते हैं कि सत्र सात अगस्त तक बढ़ाया जाए. इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सत्र सात अगस्त, 2019 तक के लिए बढ़ाया जाता है.

बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बारे में जानकारी देने के दौरान इस बारे में पूछे जाने पर सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि विपक्ष हमेशा से यह मांग करता रहा है कि संसद की बैठक के दिन अधिक होने चाहिए. उन्होंने कहा था कि विपक्षी दल हमेशा चाहते थे कि संसद की बैठक साल में 100 दिन होनी चाहिए.उन्होंने कहा, ‘अब हम यह करने जा रहे हैं. ’