नई दिल्ली: राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी का नया अध्यक्ष तय करने के लिए शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमिटी की महत्वपूर्ण बैठक होगी. सूत्रों के मुताबिक फिलहाल अंतरिम अध्यक्ष चुना जाएगा. कुछ महीनों बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव करवाए जा सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे हैं. मल्लिकार्जुन खरगे भी दावेदार बताए जा रहे हैं. हालांकि बैठक में अगर किसी भी एक नाम पर सहमति नहीं बनी तो नए अध्यक्ष का नाम तय करने के लिए सीडब्ल्यूसी एक कमिटी गठित कर सकती है. एक बात तय है कि 21 साल बाद गांधी परिवार के बाहर का कोई नेता कांग्रेस अध्यक्ष बनेगा.


सीडब्ल्यूसी की बैठक से पहले मंथन


सीडब्ल्यूसी की बैठक से पहले शुक्रवार को सोनिया गांधी ने अपने के आवास पर अहमद पटेल, ए के एंटनी, के सी वेणुगोपाल से मुलाकात की. पार्टी दफ्तर में भी अशोक गहलोत, मोतीलाल वोरा, केसी वेणुगोपाल जैसे नेताओं की बैठक हुई. नए पार्टी अध्यक्ष के लिए पिछले एक-डेढ़ महीने में कांग्रेस के बड़े नेता कई दौर का मंथन कर चुके हैं.


मुकुल वासनिक कांग्रेस अध्यक्ष के रेस में सबसे आगे


सूत्रों की माने तो कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष की रेस में मुकुल वासनिक सबसे आगे हैं. उनके पास कांग्रेस संगठन का अच्छा-खासा अनुभव है. वासनिक एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष से लेकर प्रभारी रह चुके हैं. प्रभारी महासचिव के तौर पर तमाम महत्वपूर्ण राज्यों का काम देख चुके हैं. 2019 लोकसभा चुनाव में उनके पास केरल और तमिलनाडु की प्रभार था जहां कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा. संगठन के साथ मुकुल वासनिक केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. महाराष्ट्र के वासनिक दलित समाज से आते हैं और अविवाहित हैं. इतना अनुभव रखने के बावजूद वासनिक की उम्र 60 ही है.


पिछली लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में बताए जा रहे हैं. खड़गे की पहचान कर्नाटक के दलित नेता के तौर पर रही है. लेकिन पिछले पांच-छः सालों में खड़गे का कद काफी बढ़ा है. फिलहाल खड़गे महाराष्ट्र के प्रभारी महासचिव हैं.


कांग्रेस के संगठन महासचिव और राहुल गांधी के विश्वासपात्र केसी वेणुगोपाल को भी कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में माना जा रहा है. केरल से आने वाले वेणुगोपाल की कमजोर हिंदी से उनकी दावेदारी कमजोर लगती है लेकिन राहुल के इस्तीफे के बाद से पार्टी वही चला रहे हैं.


सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष के लिए हरियाणा की दलित नेता कुमारी शैलजा छुपा रुस्तम साबित हो सकती हैं. शैलजा की गांधी परिवार की काफी निकटता है. इसके अलावा अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे, पीएल पुनिया जैसे नेताओं के नाम को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं. सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया को अध्यक्ष बनाने की मांग उठ चुकी है.


21 साल बाद गांधी परिवार के बाहर का कांग्रेस अध्यक्ष


शनिवार को सीडब्ल्यूसी की बैठक में सबसे पहले एक आखिरी बार राहुल गांधी से अपना इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया जाएगा. लेकिन ये तय है कि राहुल अपना फैसला नहीं बदलेंगे. राहुल ये भी साफ कर चुके हैं कि नया कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार के बाहर का हो. अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठने के बावजूद प्रियंका गांधी फिलहाल पार्टी की कमान नहीं संभालेंगी. ऐसे में करीब 21 साल बाद गांधी परिवार के बाहर का कोई नेता कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठेगा.


1998 में सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनी थीं. इसके बाद 2017 के अंत में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष चुना गया था. लेकिन करीब डेढ़ साल बाद ही लोकसभा चुनाव में हार केबाद राहुल ने पद से इस्तीफा दे दिया.


75 दिनों पहले राहुल ने इस्तीफा दिया था


इंतजार तभी बढ़ेगा अगर किसी नाम पर आम सहमति नहीं बनती. अध्यक्ष पद के लिए अनुभवी मुकुल वासनिक का नाम लगभग तय माना जा रहा है लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह और मिलिंद देवड़ा जैसे नेता खुल कर युवा नेता को पार्टी की कमान देने की मांग कर चुके हैं. पिछले दिनों देवड़ा ने सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया में से किसी एक को पार्टी अध्यक्ष बनाने की पैरवी की थी. देखना यही है कि सीडब्ल्यूसी किसके नाम पर मुहर लगाती है? फैसला जल्द जरूरी इसलिए है क्योंकि आने वाले महीनों में चार राज्यों में चुनाव होने हैं. लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद 25 मई को राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी.