कांग्रेस को जून में मिल जाएगा नव निर्वाचित अध्यक्ष, CWC की बैठक के बाद केसी वेणुगोपाल ने किया एलान
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (सीईए) संगठन चुनाव मई में करवाने की सहमति दी, लेकिन सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों ने चुनाव की तारीख तय करने के लिए सोनिया गांधी को अधिकृत कर दिया. तय हुआ कि आगामी विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव करवाया जाएगा.
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जून तक टल गया है. हालांकि इसका आधिकारिक एलान कर दिया गया कि सोनिया गांधी की जगह कांग्रेस पार्टी को नया निर्वाचित अध्यक्ष जून महीने में मिल जाएगा. कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसका एलान किया. बैठक में कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस कार्यसमिति और केंद्रीय चुनाव समिति का चुनाव करवाने की भी मांग की. हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि क्या पार्टी अध्यक्ष के साथ-साथ सीडब्ल्यूसी और सीईसी का चुनाव भी होगा.
वेणुगोपाल ने कहा कि केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (सीईए) संगठन चुनाव मई में करवाने की सहमति दी, लेकिन सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों ने चुनाव की तारीख तय करने के लिए सोनिया गांधी को अधिकृत कर दिया. तय हुआ कि आगामी विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव करवाया जाएगा. सीडब्ल्यूसी और सीईसी का चुनाव करवाए जाने से जुड़े एक सवाल के जवाब में वेणुगोपाल ने कहा कि संविधान के मुताबिक पहले कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव होता है फिर सीडब्ल्यूसी का चुनाव करवाया जाता है. हम इस पर स्पष्टता लेंगे कि क्या अध्यक्ष और सीडब्ल्यूसी का चुनाव एक साथ हो सकता है.
सूत्रों के मुताबिक बैठक में आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद जैसे वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष के साथ सीडब्ल्यूसी और केंद्र चुनाव समिति (सीईसी) के सदस्यों का चुनाव भी करवाए जाने की मांग उठाई. पिछले साल अगस्त में सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले 23 असन्तुष्ट नेताओं में आजाद और आनंद शर्मा प्रमुख रूप से शामिल थे. बैठक में असंतुष्ट नेताओं पर निशाना साधते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाल उठाया कि बार-बार चुनाव की मांग करने वाले नेताओं को क्या पार्टी नेतृत्व पर भरोसा नहीं है? बैठक में मौजूद सूत्रों ने बताया कि इसको लेकर आनंद शर्मा और गहलोत में बहस तक हो गई. बड़ी बात यह है कि 'जी-23' से बाहर रहे पी चिदंबरम ने भी आनंद शर्मा का समर्थन किया.
सूत्रों के मुताबिक इस बहस में दखल देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि संगठन चुनाव करा कर यह मसला हमेशा के लिए खत्म कर देना चाहिए.
बैठक में विवाद की बातों से इंकार करते हुए कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, चिदम्बरम आदि डिसेन्टर (असंतुष्ट) नहीं हमारे अपने हैं.
आपको बता दें कि बीते लोकसभा चुनाव में हार के ठीक बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उनकी जगह कुछ महीने बाद अगस्त में सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया. पिछले साल अगस्त में कांग्रेस में कई नेताओं ने संगठन चुनाव को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी जिसके बाद बुलाई गई सीडब्ल्यूसी बैठक में तय हुआ कि छह महीने के अंदर नया पार्टी अध्यक्ष चुना जाएगा. लेकिन अब जून में चुनाव करवाने का एलान किया गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर वापसी कर सकते हैं.