CWC Meeting In Telengana: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार (16 सितंबर) को पार्टी नेताओं से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जाल में न फंसने, लोगों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने और वैचारिक तौर पर स्पष्ट रहने की सलाह दी. हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक के दूसरे दिन एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी ने शनिवार को पुनर्गठित सीडब्ल्यूसी की पहली बैठक के दौरान बात की और नेताओं से लोगों के मुद्दे उठाने का आह्वान किया.


न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार खेड़ा ने कहा, "उन्होंने (गांधी ने) वैचारिक स्पष्टता की आवश्यकता पर जोर दिया और हम सभी सीडब्ल्यूसी की बैठक से स्पष्ट सोच के साथ बाहर निकले. उन्होंने हमें बीजेपी के जाल में फंसने के खिलाफ आगाह किया. 


'भारत माता की आवाज पर ध्यान दें'
उन्होंने बताया, "वायनाड सांसद ने पार्टी नेताओं से यह भी कहा कि वे इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि कांग्रेस और वे राजनीति में क्यों हैं. यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे 'भारत माता' की आवाज पर ध्यान दें और उस आवाज को वास्तविक मुद्दों में तब्दील करें."


सनातन धर्म विवाद पर सतर्क रहने की सलाह
राहुल गांधी की यह टिप्पणी सनातन धर्म पर द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) नेता उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर हुए विवाद के बीच आई है, जिसकी बीजेपी ने कड़ी आलोचना की है. रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने शनिवार को सनातन धर्म विवाद पर सतर्क रुख अपनाने का आह्वान किया और इस बात पर जोर दिया कि पार्टी को बीजेपी के एजेंडे में नहीं फंसना चाहिए.


रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कुछ नेताओं का विचार था कि पार्टी को ऐसे मुद्दों से दूर रहना चाहिए और इसमें नहीं फंसना चाहिए.


'एक आंदोलन है कांग्रेस'
खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "राहुल गांधी ने हमसे पूछा कि आपके मन में विचारधारा को लेकर स्पष्टता है या नहीं? उनके शब्द थे कि कांग्रेस कोई संगठन आधारित पार्टी नहीं है, ये एक आंदोलन है जिसका एक संगठन है. यह आंदोलन है, जो संगठन को चलाता है, न कि संगठन जो आंदोलन को चलाता है.'' 


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