CWC Meeting In Raipur: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दिग्गज कांग्रसी नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. वजह है उदयपुर के चिंतन शिविर के बाद पार्टी की नीतियों के लिए रणनीतिक चर्चा. इस मीटिंग में 2024 को लेकर कई अहम फैसले तो लिए ही जाएंगे साथ में सीडब्लयूसी के संविधान में भी संशोधन किया जा सकता है.
सूत्रों की मानें तो इस संशोधन के पारित होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, उनकी मां सोनिया गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह आजीवन सीडब्लयूसी के सदस्य बन जाएंगे. इस बाबत कांग्रेस ने शुक्रवार (24 फरवरी) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, वह एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और 50 साल से कम उम्र के लोगों को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में उचित प्रतिनिधित्व देने के लिए अपने संविधान में संशोधन करेगी.
'उदयपुर चिंतन शिविर की उपज है ये संशोधन'
कांग्रेस के नेताओं की मानें तो पार्टी संविधान में होने वाला ये संशोधन पिछले साल मई में हुए उदयपुर के 'चिंतन शिविर' की उपज है. इस शिविर में आए प्रस्तावों में से एक में पार्टी 26 अनुच्छेदों और 32 के नियमों में संशोधन कर ये प्रावधान करेगी. अगर यह प्रस्तावित संशोधन पूर्ण सत्र में पारित हो जाते हैं, तो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी सीडब्ल्यूसी के आजीवन सदस्य बन जाएंगे.
क्या है पार्टी का तय कार्यक्रम?
कांग्रेस महाधिवेशन के दूसरे दिन सोमवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का संबोधन होगा और वह तीन प्रस्तावों पर चर्चा करेंगे. इस दिन राजनीति, आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर चर्चा की जाएगी.
कांग्रेस का तीन दिवसीय अधिवेशन गुरुवार को शुरू हुआ था. पहले दिन पार्टी के संचालन समिति ने सर्वसम्मति से फैसला किया था कि पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों का चुनाव नहीं करेगी, बल्कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सदस्यों को नामित करने के लिए अधिकृत होंगे.
क्या बोले पार्टी महासचिव जयराम रमेश?
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमने सभी नेताओं के साथ बैठकर इस मुद्दे पर 2-1/2 घंटे की चर्चा की है. हम कल और परसों अपनी पार्टी के संविधान में 16 अनुच्छेदों और 32 नियमों में संशोधन करने जा रहे हैं. रमेश ने कहा कि इन दोनों फेक्टर को ध्यान में रखते हुए संचालन समिति का सर्वसम्मत विचार यह था कि कांग्रेस अध्यक्ष को कांग्रेस कार्यसमिति में सदस्यों को नामांकित करने का अधिकार देने का यही समय है.
हालांकि, सूत्रों ने कहा कि अभिषेक मनु सिंघवी, दिग्विजय सिंह और अजय माकन ने सीडब्ल्यूसी चुनावों के लिए चुनाव की वकालत की लेकिन अंतत बहुमत के दृष्टिकोण से गठबंधन किया. सूत्रों ने कहा कि जी-23 के सदस्यों और समूह के उनके समर्थकों ने चुनाव के पक्ष में बात की.