Coronavirus in China: दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) पर हुए साइबर अटैक, तवांग में झड़प और बीजिंग में बढ़ रहे कोरोना के मामलों से क्या संबंध है? चीन में एक बार फिर कोरोना के मामलों में उछाल देखा जा रहा है. चीन की जीरो कोविड पॉलिसी का उसके ही देश में खासा विरोध हो रहा है. बीजिंग समेत कई हिस्सों में लोग चीनी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं. इस बीच, भारत में साइबर अटैक और एलएसी पर सैनिकों के बीच झड़प को लेकर चीन खासा चर्चा में है.
सरकार के आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार (14 December) को कहा कि चीन और हॉन्गकॉन्ग से दिल्ली के एम्स सर्वर पर साइबर हमले हुए हैं. उन्होंने कहा कि दोनों ही देशों की कंपनियों से हमले के बारे में और जानकारी मांगी गई है. दिल्ली एम्स के सर्वर में साइबर अटैक के कुछ ही दिन बाद चीन ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर पर नया विवाद खड़ा कर दिया. एलएसी पर चीनी सैनिकों और भारतीय जवानों के बीच झड़प हो गई. इसके बाद से दोनों देशों के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ गया है.
23 नवंबर को सर्वर में खराबी की मिली थी सूचना
सरकार के विश्लेषकों ने एम्स के सर्वर पर साइबर हमले का स्रोत चीनी हैकरों को बताया है. 100 सर्वरों में से पांच में हैकर्स ने घुसपैठ की थी. हैक किए गए सर्वर का डेटा अब सफलतापूर्वक रिकवर कर लिया गया है. दिल्ली के एम्स में पहली बार 23 नवंबर को अपने सर्वर में खराबी की सूचना मिली थी. इसके बाद सर्वर की देखभाल के लिए तैनात दो विश्लेषकों को भी साइबर सुरक्षा के कथित उल्लंघन के लिए निलंबित कर दिया गया.
साइबर सुरक्षा के लिए और भी बेहतर किए जा रहे उपाय : AIIMS
इस मामले पर एम्स ने बयान जारी करते हुए कहा, "ई-अस्पताल (eHospital) डेटा को सर्वर पर बहाल कर दिया गया है. सेवाओं को बहाल करने से पहले नेटवर्क को सही किया जा रहा है. डेटा की क्वांटिटी और अस्पताल सेवाओं के लिए सर्वर/कंप्यूटर की बड़ी संख्या के कारण प्रक्रिया में कुछ समय लग रहा है. साइबर सुरक्षा के लिए और भी बेहतर उपाय किए जा रहे हैं."
ICMR की वेबसाइट पर भी हुआ था साइबर अटैक का प्रयास
सिर्फ एम्स ही नहीं आईसीएमआर की वेबसाइट पर 30 नवंबर को हॉन्गकॉन्ग के एक आईपी पते से साइबर हमले के करीब 6,000 प्रयासों का सामना करना पड़ा था. एक रिपोर्ट के अनुसार इस साल भारतीय स्वास्थ्य सेवा नेटवर्क पर लगभग 19 लाख साइबर हमले दर्ज किए गए. खासकर ये सारे साइबर अटैक पाकिस्तान, चीन और वियतनाम से किए गए.
चीन में कोरोना के मामलों में उछाल
भारत में सीमा गतिरोध और साइबर हमले तब हुए हैं जब चीन में कोरोना के मामलों में भारी उछाल देखा जा रहा है. दुकानों में दवाओं की भारी कमी हो गई है. चीन कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले डॉक्टरों और नर्सों की कमी संख्या से जूझ रहा है. इसके बावजूद मेडिकल स्टाफ को उन्हें काम करते रहने को कहा गया है. इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर सड़क पर उतर आए हैं. चीन के शीर्ष स्वास्थ्य निकाय राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा है कि देश में कोरोना के मामलों को अब सही पैमाने को ट्रैक करना अब असंभव है.
चीनी सोशल मीडिया में इस बात को लेकर हो रही खास चर्चा
इन दिनों चीनी सोशल मीडिया बीजिंग की कोविड समस्या को भारत को निशाना बनाने की कोशिश से जोड़ने वाली टिप्पणियों से अटा पड़ा है. उनमें से कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे अपनी सरकार का कोरोना समस्या से ध्यान भटकाने वाली चाल बताया है.
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