Cyclone Biparjoy: कृष्ण की नगरी द्वारका के लिए राहत की खबर, दिशा बदलने से कमजोर पड़ सकता है चक्रवात बिपरजॉय
Cyclone Biparjoy: आईएमडी ने चक्रवात ‘बिपारजॉय’ को लेकर चेतावनी जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि गुजरात के द्वारका समेत तमाम जिलों पर इसका असर देखने को मिल सकता है.
Cyclone Biparjoy: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर देश के कई राज्यों में दिख रहा है, इसके चलते कई जगहों पर अलर्ट भी जारी किया गया है और तेज हवाएं चल रही हैं. गुजरात में भी इस तूफान की आहट हो चुकी है, यहां 8 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. इस तूफान से जिन इलाकों को सबसे ज्यादा खतरा बताया गया था, उसमें भगवान कृष्ण की नगरी द्वारका भी शामिल था, लेकिन अब राहत की खबर सामने आई है. द्वारका के एसडीएम ने बताया है कि चक्रवात की दिशा में बदलाव हुआ है, जिससे अब द्वारका पर इसका असर कम दिख सकता है.
पश्चिम की तरफ मुड़ा चक्रवात
द्वारका के एसडीएम पार्थ तलसानिया ने कहा कि "कल शाम से चक्रवात की दिशा में बदलाव हुआ है. चक्रवात जो पहले द्वारका के ज्यादा करीब से जाने वाला था, वो अब थोड़ा पश्चिम की तरफ मुड़ गया है. अब शायद द्वारका कम प्रभावित हो. हम पूरी तरह से तैयार हैं. हमने पूरे जिले में करीब 4,500 लोगों को सुरक्षित शेल्टर होम में पहुंचा दिया है. द्वारका और ओखा दोनों जगहों पर NDRF की एक-एक टीम मौजूद है."
हजारों लोगों को निकाला गया
ताकतवर चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के गुजरात के कच्छ जिले की ओर बढ़ने के चलते राज्य सरकार ने आठ जिलों में समुद्र के पास रहने वाले करीब 37,800 लोगों को निकाला है. मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, शक्तिशाली चक्रवात 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह पहुंच सकता है. आईएमडी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘‘वीएससीएस (बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान) ‘बिपारजॉय’ अरब सागर के ऊपर उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ते हुए 14 जून को तड़के भारतीय समायुनसार ढाई बजे जखाऊ बंदरगाह से लगभग 280 किलोमीटर डब्ल्यूएसडब्ल्यू पर केंद्रित रहा. वीएससीएस के रूप में ही 15 जून की शाम तक यह जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास से गुजरेगा.’’
इन जगहों पर हो सकता है नुकसान
इससे पहले आईएमडी ने बताया था कि चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से कई जगहों पर नुकसान देखना पड़ सकता है और गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं. इस चेतावनी के बाद से ही लोगों को निकालने का काम शुरू है. आईएमडी के अनुसार, चक्रवात के 15 जून की शाम को 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ में मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच टकराने की संभावना है.
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