Mansukh Mandaviya on Cyclone: चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय (Biparjoy) गुजरात की ओर बढ़ रहा है. तूफान के पहुंचने में अभी दो दिन बाकी हैं लेकिन अरब सागर से लगे तट पर इसका रौद्र रूप दिखने लगा है. तूफान से निपटने के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार की सभी टीमें एकजुट होकर लगी हुई हैं. मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया गुजरात के भुज मिलिट्री स्टेशन पहुंचे और तैयारियों का जायजा लिया.
इसके पहले मांडविया ने गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री और अधिकारियों के साथ बैठक कर तूफान की तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने ट्वीट कर बैठक के बारे में जानकारी दी. मांडविया ने बताया कि चक्रवात का सामना करने के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही है. डिजास्टर मैनेजमेंट, कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं ताकि चक्रवात का सही से सामना किया जा सके. कांडला पोर्ट में चल रही गतिविधि को रोक दिया गया है.
72 गांवों से लोगों को निकाला गया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि समुद्र तट पर बसे 72 गांवों से लोगों और सामान को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. क्षेत्र के विधायक और सांसद लगातार संपर्क कर रहे हैं. एनडीआरएफ की दो टीमों को काम पर लगाया गया है.
भारतीय मौसम विज्ञान से मिली जानकारी के अनुसार, बिपरजॉय तूफान मंगलवार (13 जून) दोपहर को द्वारका के तट से करीब 280 किमी की दूरी तक पहुंच चुका है. गंभीर चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय के 15 जून को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ से गुजरने का अनुमान है. कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी के चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है.
ओखा पोर्ट पर एनडीआरएफ की तनाती
द्वारका जिले में ओखा बंदरगाह पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक-एक टीम टीम तैनात की जा रही है. लगभग 250 लोगों को अस्थायी आश्रय घरों में स्थानांतरित कर दिया गया. पर्यटकों और स्थानीय आबादी को गोमती घाट, शिवराजपुर समुद्र तट, बेट द्वारका और तट के अन्य स्थानों पर जाने की अनुमति नहीं है. द्वारका के कार्यकारी मजिस्ट्रेट ने इस बारे में जानकारी दी है.
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