Cyclone Biparjoy: गुजरात से 280 किमी दूर बिपरजॉय, 6 घंटे से धीमी पड़ी रफ्तार, IMD डायरेक्टर ने बताया- कितनी तबाही मचाएगा तूफान
Cyclone Biparjoy Update: आईएमडी के डायरेक्टर जनरल ने बताया कि पिछले तीन दिन से तूफान में अधिक मूवमेंट नहीं है. यह गुरुवार सुबह गुजरात के तट पर पहुंच सकता है.
Cyclone Biparjoy Update: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अरब सागर से भारत के पश्चिमी तट की ओर बढ़ रहा है. इसके कल गुरुवार (15 जून) को गुजरात के तट से टकराने का अनुमान है, जिसे लेकर एजेंसियां अलर्ट पर हैं. इस बीच तूफान को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया है कि पिछले छह घंटे में बिपरजॉय तूफान धीमा पड़ा है.
आईएमडी के डायरेक्टर जनरल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि बिपरजॉय तूफान इस समय उत्तर पूर्व अरब सागर में गुजरात के जखाऊ पोर्ट से 280 किलोमीटर दूर है. पिछले 6 घंटे में तूफान की रफ्तार धीमी पड़ी है और यह लगभग स्थिर है. पिछले तीन से इसमें अधिक मूवमेंट नहीं है.
गुरुवार को सौराष्ट्र पहुंचेगा बिपरजॉय
महापात्रा ने बताया कि अभी के पूर्वानुमान के हिसाब से 15 तारीख को शाम में भारी तूफान के रूप में सौराष्ट्र और कच्छ के तट से टकराएगा. इस दौरान हवा की रफ्तार 125-135 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जो 150 किमी भी हो सकती है. कच्छ में तूफान की रफ्तार सबसे ज्यादा रह सकती है. मछुआरों को 15 तारीख तक उत्तर पूर्व अरब सागर से दूर रहने को कहा गया है. आज बुधवार सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश रहेगी. गुरुवार को भी कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर में भारी बारिश होगी.
तूफान का असर गुरुवार को सबसे ज्यादा रहेगा. अगले दिन 16 तारीख की सुबह इसकी रफ्तार गिरकर 85 किलोमीटर तक पहुंच जाएगी. तूफान 17 तारीख को राजस्थान में प्रवेश करेगा लेकिन तब तक इसकी रफ्तार बहुत कम हो जाएगी.
कितनी तबाही मचाएगा तूफान ?
आईएमडी ने बताया कि तूफान के चलते कच्चे मकान गिर सकते हैं. बड़े पेड़ों के भी गिरने का खतरा है. बिजली के पोल और संचार लाइनों को नुकसान पहुंच सकता है. मछुआरों और नावों को समुद्र में जाने से मना किया गया है. पर्यटकों को भी सुरक्षित स्थान पर रहने को कहा गया है.
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