Cyclone Biparjoy: तूफान बिपरजॉय को लेकर तीनों सेनाएं पूरी तरह से तैयार, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया रिव्यू
Cyclone Biparjoy: चक्रवात बिपरजॉय कच्छ के जखाऊ पोर्ट में सबसे पहले टकरा सकता है, जिसे लेकर सेना और बीएसएफ ने पूरी तैयारी की है. केंद्रीय मंत्रियों को भी अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है.
Cyclone Biparjoy: चक्रवात बिपरजॉय के खतरे को लेकर गुजरात के कई जिलों में रेड अलर्ट है. ये खतरनाक चक्रवाती तूफान गुजरात के तटों से टकराने वाला है. इससे पहले पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. इसी बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी तैयारियों की समीक्षा की. बिपरजॉय को लेकर तीनों सेनाओं को पूरी तरह से तैयार रहने को कहा गया है. तूफान के बाद जो भी नुकसान होगा या फिर लोगों को निकालने के लिए सेना का इस्तेमाल किया जाएगा, जो एनडीआरएफ के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चला सकते हैं. रक्षामंत्री ने खुद इस बात की जानकारी दी.
कब तक गुजरात पहुंचेगा बिपरजॉय
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों में खतरा है. आज यानी 15 जून को ये तूफान गुजरात पहुंचेगा और तटों से टकराएगा. इस तूफान का सबसे ज्यादा असर सौराष्ट्र और कच्छ में देखने को मिल सकता है. बताया गया है कि हवाओं की रफ्तार 150किमी प्रति घंटे से भी ज्यादा हो सकती है. कच्छ के जखाऊ पोर्ट में सबसे पहले ये तूफान दस्तक देगा. खतरनाक तूफान से पहले तटों के आसपास रहने वाले हजारों लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है. वहीं अब भी लगातार ये देखा जा रहा है कि कितने लोग खतरे वाले जोन में हैं.
सेना के अलावा बीएसएफ भी तैयार
सेना के अलावा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भी गुजरात में आने वाले चक्रवाती तूफान के लिए तैयार है. बीएसएफ ने गुजरात तट की ओर बढ़ते हुए भयंकर चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के प्रभावों से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए तैयारियां की हैं. सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए हैं और जवानों को ऐसे उपकरण दिए गए हैं, जिनसे राहत-बचाव में मदद की जा सके.
केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेदारी
गुजरात और महाराष्ट्र समेत बिपरजॉय का असर लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और पश्चिमी राजस्थान में दिख सकता है. इन तमाम राज्यों में इस तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. केंद्र सरकार इस पर लगातार नजर बनाए हुए है. केंद्रीय मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंप दी गई है और वो मौके पर मौजूद हैं.
आईएमडी की तरफ से बताया गया है कि तूफान की रफ्तार 15 जून को काफी ज्यादा हो सकती है, लेकिन 16 जून की सुबह तक रफ्तार 85 किलोमीटर तक गिर जाएगी. 17 जून को राजस्थान में तूफान पहुंचेगा, तब तक इसकी रफ्तार बहुत कम हो जाएगी. यानी गुजरात में ही बिपरजॉय का सबसे ज्यादा खतरा है.