Cyclone Biparjoy: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने अपनी दस्तक दे दी है. इसको लेकर लैंडफॉल कच्छ और सौराष्ट्र में शुरू हो गया है जो कि मध्य रात्री तक जारी रहेगा. मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि यह 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है. इसी बीच सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश भी हो रही है तेज बारिश होने की भी संभावना है.
आईएमडी ने बताया कि चक्रवात के टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसने कहा कि यह प्रक्रिया तीन से चार घंटे में पूरी होगी. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिपरजॉय को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री भुपेंद्र पटेल, राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी, एनडीआरएफ के डीजी और अन्य बचाव दल प्रमुखों की बैठक की. तूफान को लेकर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के अलावा सेना, वायुसेना, नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को तैनात किया गया है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि सेना ने भुज, जामनगर, गांधीधाम के साथ-साथ नलिया, द्वारका और मांडवी में अग्रिम स्थानों पर 27 राहत टुकड़ियां तैनात की हैं. इसके अलावा वायुसेना ने वड़ोदरा, अहमदाबाद और दिल्ली में एक-एक हेलीकॉप्टर को तैयार रखा है. नौसेना ने बचाव और राहत के लिए ओखा, पोरबंदर और बकासुर में 10-15 टीम को तैनात किया है.
कहां-कहां बाढ़ आ सकती है?
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने बुलेटिन में कहा कि चक्रवात अत्यधिक भारी बारिश लेकर आएगा. इस कारण गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर और मोरबी जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका है.
इतने लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया
पीटीआई ने गुजरात सरकार का हवाला देते हुए बताया कि अब तक 94 हजार 427 लोगों को निकाला गया है. इनमें से कच्छ जिले के 46,800, देवभूमि द्वारका के 10,749, जामनगर में 9,942, मोरबी के 9,243, राजकोट के 6,822, जूनागढ़ के 4,864, पोरबंदर के 4,379 और गिर सोमनाथ जिले के 1,605 लोग हैं.
सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लोगों में 8,900 बच्चे, 1,131 गर्भवती महिलाएं और 4,697 बुजुर्ग शामिल हैं. इन आठ जिलों में कुल 1,521 आश्रय गृह बनाए गए हैं. डॉक्टरों की टीम लगातार इन शेल्टर होम का दौरा कर रही है.
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