‘फोनी’ तूफान की आज पश्चिम बंगाल में दस्तक, कोलकाता एयरपोर्ट बंद, 220 ट्रेनें भी रद्द
तूफान के पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने के मद्देनजर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्वनियोजित अपनी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया है और स्थति पर नजर रख रही हैं.
कोलकाता: ओडिशा में तबाही मचाने के बाद तूफान फोनी अब पश्चिम बंगाल में दस्तक देगा. तूफान की वजह से राज्य में तेज हवाएं चल रही हैं. तूफान के टकराने से पहले ही कोलकाता में जोरदार बारिश हो रही है. कोलकाता में तेज बारिश के चलते हवाई यात्राओं को रद्द कर दिया गया है. वहीं, यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हावडा-चेन्नई मार्ग पर करीब 220 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. तूफान के पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने के मद्देनजर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्वनियोजित अपनी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया है और स्थति पर नजर रख रही हैं.
मुफ्त में राहत सहायता सामग्री पहुंचाएगा रेलवे
रेलवे चक्रवात प्रभावित ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के लिए राहत सहायता सामग्री मुफ्त में पहुंचाएगा. रेलवे ने इस सिलसिले में कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं और सभी डिविजनल रेलवे मैनजरों को पत्र लिख कर कहा है कि सभी सरकारी संगठन प्रभावित राज्यों के लिए राहत सामग्री मुफ्त में बुक कर सकते हैं.
110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, ‘‘चक्रवात सप्ताहांत तक पश्चिम बंगाल में दस्तक दे सकता है. 100 और 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.’’ पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर सहित कई जिलों, उत्तर और दक्षिण 24 परगना के अलावा हुगली, झारग्राम, कोलकाता और सुंदरबन के भी चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है. इसके बाद बांग्लादेश की ओर बढ़ते हुए इसका असर कम होता जायेगा.
कोलकाता हवाईअड्डे पर शुक्रवार दिन में तीन बजे से शनिवार सुबह आठ बजे तक न तो कोई विमान हवाईअड्डा पर उतरेगा और न ही वहां से उड़ान भरेगा. नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया, ‘‘हम सभी चक्रवात फोनी के चलते फंसे हुए जरूरतमंद लोगों को मदद उपलब्ध कराने के लिये तैयार हैं. प्रभावित यात्रियों की सहायता के लिये नियंत्रण कक्ष, हेल्पलाइनें हर समय चालू हैं.
एनडीआरएफ की 60 टीमें तैनात
गृह मंत्रालय ने कहा है कि चक्रवात ‘फोनी’ का केंद्र सुबह 10 बजे तक स्थलीय क्षेत्र में पहुंच गया जिससे इसकी प्रचंडता कम हो गयी. हालांकि इस चक्रवात के कारण ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), नौसेना, तटरक्षक बल, सेना और वायु सेना के बचाव कर्मियों को तैनात किया गया है और केंद्र सरकार स्थिति पर करीबी नजर रख रही है. गृह मंत्रालय नियंत्रण कक्ष में हेल्पलाइन नंबर 1938 शुरू किया गया है. एनडीआरएफ ने 60 टीमों को तैनात किया है जबकि 25 टीमों को तैयार रखा है. हर टीम में 45 सदस्य होते हैं.
भारतीय तटरक्षक बल पूरी तरह से सतर्क
भारतीय नौसेना ने राहत कार्यों के लिए पूर्वी तट पर छह पोतों को तैनात किया है जबकि पांच पोतों, छह विमानों और सात हेलीकॉप्टरों को विशाखापत्तनम में तैयार रखा गया है. वहीं, भारतीय वायु सेना ने राहत कार्यों के लिए दो सी-17 विमान तैनात किए हैं जबकि दो सी-130 और चार एएन-32 विमानों को तैयार रखा गया है. भारतीय तटरक्षक बल ने छह पोत तैनात किए हैं और छह पोतों को तैयार रखा है.
चुनाव आयोग ने उठाए सभी जरूरी कदम
चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ओडिशा से चक्रवाती तूफान फोनी पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ रहा है और ऐसे में चुनाव आयोग ने स्ट्रांगरूमों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाये हैं जहां ईवीएम और वीवीपैट रखे गये हैं.
चुनाव अधिकारी ने कहा कि राज्य में पांचवें चरण के तहत सोमवार को सात लोकसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए ये ईवीएम और वीवीपैट मशीन रखी गयी हैं. उत्तर और दक्षिण कोलकाता सीटों के लिए मतदान अंतिम चरण में 19 मई को होना है लेकिन अधिकारी के अनुसार इन जगहों पर भी मशीनों की सुरक्षा में कोई कमी नहीं रहने दी जा रही.
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