गज तूफान ने ली 12 लोगों की जान, 85 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया, मुआवजे का एलान
गज तूफान की वजह से अब तक कम से कम 12 लोगों की जानें जा चुकी है और करीब एक लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. अब तक करीब 85 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है.
चेन्नई: भीषण चक्रवातीय तूफान ‘गज’ आज तड़के तमिलनाडु में आफत बनकर पहुंचा. सूबे के कई हिस्सों में 120 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज हवा के साथ भारी बारिश हो रही है. जिसमें अब तक कम से कम 12 लोगों की जानें जा चुकी है और करीब एक लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. अब तक करीब 85 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है.
सभी को नागपट्टिनम, पुदुकोट्टई, रामनाथपुरम और तिरूवरूर सहित छह जिलों में 300 से ज्यादा राहत शिविरों में रखा गया है. तमिलनाडु सरकार ने तूफान में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य में तूफान को देखते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी से फोन पर बात की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री से बात कर केंद्र की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.
Spoke to CM Shri K Palaniswami regarding the situation in the cyclone affected areas of Tamil Nadu. Assured all possible assistance from the Centre in mitigating the situation arising due to cyclone. Asked the HS to monitor the situation & provide all help to the state admin.
— राजनाथ सिंह (@rajnathsingh) November 16, 2018
नागपट्टिनम के शिक्षण संस्थान बंद हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि गंभीर चक्रवातीय तूफान ‘गज’ शुक्रवार की सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी तट से गुजरा. इस दौरान हवा की गति 100-110 किलोमीटर प्रतिघंटा के बीच थी जो बढ़कर 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई.’’
#GajaCyclone #Restoration by #NDRF teams at #Puducherry #Karaikal #Nagapatinam. pic.twitter.com/MWPRgHTgjl
— NDRF (@NDRFHQ) November 16, 2018
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवातीय तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटे में कमजोर पड़ने की संभावना है. इस दौरान नागपट्टिनम, तिरूवरूर और तंजावुर में भारी बारिश हुई. कई क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए. चक्रवात के मद्देनजर यहां और तटवर्ती क्षेत्रों में कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की चार टीमें पहले से ही नागपट्टिनम में मौजूद हैं जबकि राज्य आपदा मोचन बल की दो टीमों को कडलूर में तैनात किया गया है.