Cyclone Gulab: चक्रवाती तूफान गुलाब ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट पर दस्तक देने के बाद कमजोर पड़ना शुरू हो गया है. कल शाम तूफान के टकराते के बाद तटीय इलाकों में तेज हवाएं और भारी बारिश शुरू हो गई थी. गुलाब तूफान के लैंडफॉल की प्रक्रिया रविवार शाम करीब 6 बजे शुरू हुई. फिर आंध्र प्रदेश में कलिंगपटनम और ओडिशा में गोपालपुर से होकर तटीय क्षेत्र में प्रवेश कर गया.
श्रीकाकुलम में कई मछुआरे लापता
मौसम विभाग तूफान के तिव्रता को देखते हुए अलर्ट है. तटीय इलाकों में NDRF औऱ SDRF की टीमों को तैनात किया गया है. जिला प्रशासन को चौकसी बरतने को कहा गया है. रविवार रात तक ओडिशा के 6 जिलों से 39,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया. हालांकि आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में मछुआरे समुद्र से लौटते वक्त पर उनकी नाव से तेज लहरों के टकराने की वजह से समुद्र में गिर गए. स्थानीय प्रशासन उनकी खोजबीन में लगी है.
पीएम मोदी ने दिया मदद का भरोसा
तूफान के प्रकोप और भयावहता को देखते हुए प्रधानमंत्री ओडिशा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से मदद देने का भरोसा जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ओडिशा में तूफान की स्थिति पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जी से चर्चा की. केंद्र आने वाली मुश्किल में पूरी मदद करने का भरोसा देता है. मैं सभी की सुरक्षा और बेहतरी की प्रार्थना करता हूं.’’
राज्य प्रशासन लोगों से लगातार समुद्री तटों से दूर रहने की अपील कर रही है और स्थानीय लोगों को भी चाहिए कि वो तटीय इलाकों से दूर रहें.