Cyclone Nisarga Live Updates: मुंबई में 'निसर्ग' तूफान का खतरा टला, एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही शुरू हुई

चक्रवाती तूफान निसर्ग का खतरा मुंबई से टल चुका है और ये महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से गुजर चुका है. इसका असर भी कमजोर हो गया है. आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि अब इस तूफान की रफ्तार कम होकर 65-70 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी. दो हफ्तों के अंदर भारत आने वाला यह दूसरा तूफान था जबकि देश की आर्थिक राजधानी को 100 सालों बाद किसी तूफान ने प्रभावित किया. हालांकि पहले से की गई तैयारियों के चलते मुंबई में आर्थिक क्षति ही हुई.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 03 Jun 2020 06:28 PM
महातूफान निसर्ग का खतरा मुंबई से टल गया है और अब मुंबई एयरपोर्ट पर कामकाज बहाल कर दिया गया है. विमानों की आवाजाही शुरू कर दी गई है. दोपहर में एक मालवाहक विमान के रनवे पर फिसलने के बाद शाम 7 बजे तक के लिए विमानों का आवागमन रोका गया था लेकिन अब इसे 6 बजे ही शुरू कर दिया गया क्योंकि निसर्ग तूफान यहां से गुजर चुका है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने ये भी कहा कि अब इस तूफान की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा से कम होकर 80-90 किलोमीटर प्रति घंटा हो चुकी है और इसके पुणे के तटीय इलाकों से गुजरने के दौरान यही रफ्तार रहेगी. हालांकि इसके चलते अभी भी 3-4 घंटे अहम हैं और रात 12 बजे तक इसका असर खत्म होने की उम्मीद है. हालांकि दक्षिणी मध्य प्रदेश और पुणे, नासिक, अहमदनगर और रायगड के इलाकों में मध्यम से भारी बारिश होने की पूरी संभावना है. हालांकि रात तक आते-आते हवाओं की रफ्तार 65-70 किलोमीटर प्रति घंटा की होने की उम्मीद है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने एबीपी न्यूज से कहा कि तूफान निसर्ग की तीव्रता अब कम हो चुकी है और अब ये मुंबई से 80 किलोमीटर दूर पुणे के तटीय इलाकों से गुजर रहा है. हालांकि इसकी तीव्रता अब पहले जैसी नहीं रही है. निसर्ग के चलते मुंबई, रायगड में बहुत ज्यादा तेज गति से हवाएं चलीं जिसके बाद कुछ नुकसान हुआ है लेकिन आशंका से कम नुकसान हुआ है.
चक्रवाती तूफान 'निसर्ग' अब कमजोर पड़ चुका है और इसकी तीव्रता कम हो चुकी है. मुंबई में बारिश अब थम चुकी है और एयरपोर्ट को भी शाम 6 बजे खोलने की घोषणा कर दी गई है.
तूफान निसर्ग की वजह से मुंबई में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. तूफान का सबसे ज्यादा असर रायगड में देखा जा रहा है और यहां भारी तबाही हुई है. बारिश के साथ तूफानी हवाओं ने पूरे शहर में जगह-जगह पेड़ों को गिरा दिया. नवी मुंबई में एक पेड़ चबूतरे के साथ ही उखड़ गया. वहीं रत्नागिरी में तूफानी हवाओं की चपेट में आकर एक छोटा जहाज रास्ता भटक गया, हालांकि बाद में इसे रेस्क्यू कर लिया गया.
चक्रवाती तूफान 'निसर्ग' महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से गुजर चुका है और अब उत्तर महाराष्ट्र तथा गुजरात की ओर बढ़ गया है. मौसम विभाग के मुताबिक ये जानकारी आई है. इसके अलावा ये भी खबर आई है कि इस समय तूफान की तीव्रता भी कुछ कम हुई है. इस दौरान निसर्ग के चलते मुंबई, रत्नागिरी, रायगड, नवी मुंबई में जमकर तेज हवाएं चलीं और जोरदार बारिश हुई. सड़कों पर जगह-जगह पेड़ों के गिरने के दृश्य नजर आ रहे हैं और बीएमसी तथा और राहत-बचाव टीमों के द्वारा इन्हें हटाया जा रहा है.
मुंबई के निचले इलाकों में भारी बारिश के चलते पानी जमा होना शुरू हो गया है और दक्षिण मुंबई के इलाकों जैसे नरीमन पॉइंट में भी जोरदार हवाओं के साथ तेज बारिश हो रही है. मालाबार हिल इलाके से एक भयानक तस्वीर सामने आई जहां घर की छत का पूरा ऊपरी हिस्सा ही तेज हवाओं के चलते उखड़ गया. बीएमसी की दी गई जानकारी के मुताबिक शहर में जगह-जगह सड़कों पर पेड़ उखड़े हुए पड़े हैं और एनडीआरएफ की टीमों सहित अन्य राहत व बचाव टीमें इन्हें रास्तों से हटाने का काम कर रही हैं.
महाराष्ट्र के रायगड जिले में चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के मद्देनजर मुंबई में समुद्र तट के समीप रह रहे 40,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने बताया कि जब चक्रवाती तूफान चला जाएगा तो इन लोगों को स्वास्थ्य जांच के बाद घर भेजा जाएगा. नगर निकाय ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘बीएमसी ने समुद्र तटों और भूस्खलन के लिहाज से संवदेनशील स्थानों के समीप वाले इलाकों से 10,840 लोगों को नगर निकाय के 35 स्कूलों में स्थानांतरित किया है, जहां रहने की अस्थायी व्यवस्था की गई है. उन्हें भोजन और पानी मुहैया कराया गया है.’’ बीएसमी की अपील के बाद इसके अलावा करीब 30,000 लोग खुद इन अस्थायी शिविरों में गए हैं. बीएमसी को शहर में पेड़ गिरने की 37 शिकायतें मिली हैं लेकिन किसी को चोट आने की खबर नहीं है. मुंबई पुलिस ने यह भी कहा कि दक्षिण मुंबई में कोलाबा, मध्य मुंबई में वरली और दादर तथा पश्चिमी मुंबई में जुहू और वर्सोवा जैसे समुद्र तटों के समीप वाले इलाकों में रहने वाले सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
चक्रवाती तूफान निसर्ग के मद्देनजर मुंबई में प्रसिद्ध बांद्रा-वर्ली सीलिंक पर वाहनों की आवाजाही को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस ने ट्वीट किया कि चक्रवात निसर्ग के मद्देनजर बांद्रा-वर्ली समुद्रसेतु पर किसी भी वाहन की आवाजाही की अनुमति नहीं है. ट्वीट में कहा गया कि मुंबई पुलिस चक्रवात के कारण किसी भी तरह की क्षति को रोकने के लिए हर सावधानी बरत रही है.
मुंबई के अलावा रत्नागिरी, रायगड में भारी बारिश हो रही है और इनके साथ गुजरात के द्वारका में भी निसर्ग तूफान का असर देखा जा रहा है और यहां समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं. तूफान के असर से निपटने के लिए महाराष्ट्र में एनडीएरआरएफ की 20 टीमों को और गुजरात में 16 टीमों को तैनात किया गया है. इनमें से 8 टीमें मुंबई में तैनात की गई हैं.
निसर्ग तूफान के चलते महाराष्ट्र पर कोरोना संकटकाल में दोहरी मार पड़ी है. पहले से ही कोरोना महामारी से जूझ रहे महाराष्ट्र को निसर्ग तूफान के कारण भारी तबाही का सामना करना पड़ रहा है. रायगड, रत्नागिरी और मुंबई में निसर्ग तूफान के चलते भारी बारिश हो रही है, जगह-जगह पेड़ गिर गए हैं और रास्तों पर आवागमन रुक गया है. 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से निसर्ग तूफान अलीबाग से टकराया और मुंबई की और बढ़ गया.
निसर्ग तूफान की वजह से मुम्बई एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही दोपहर ढाई बजे से शाम 7 बजे तक के लिए रोक दी गई है. बंगलोर से Fedex का मालवाहक विमान मुम्बई एयरपोर्ट पर रनवे पर फिसल गया जिसके बाद एयरपोर्ट को बंद करने का फैसला लिया गया है. कार्गो विमान को रनवे से हटाया गया है और जानकारी मिली है कि रनवे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के चलते मुम्बई के चिड़ियाघर के सभी मांसाहारी जानवरों को बारिश और तेज हवाओं से बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. अधिकारी ने बताया कि चिड़ियाघर के आपात प्रतिक्रिया दल को किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए सतर्क रहने को कहा गया है. शहर में बारिश के कारण ‘वीरमाता जीजाबाई उद्यान’ में खराब मौसम और पेड़ों के गिरने से किसी भी नुकसान से जानवरों को बचाने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे है. यह चिड़ियाघर 50 एकड़ क्षेत्र में फैला है. बृहन्मुंबई नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि बाघ, तेंदुए और लकड़बग्धा जैसे मांसाहारी जानवरों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि ये स्थान पेड़ गिरने से होने वाले किसी भी नुकसान से सुरक्षित हैं. किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पशु रखने वाले, माली, पेड़-काटने वाले और सुरक्षा कर्मचारी सहित 20 सदस्यीय चिड़ियाघर का आपात प्रतिक्रिया दल तैनात है. अधिकारियों ने बताया कि जानवरों के बाड़ों पर भी परिसर में लगे सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है.
चक्रवाती तूफान निसर्ग का असर दिखने लगा है और अब मुंबई एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है. एयरपोर्ट पर एक कार्गो प्लेन के फिसलने के बाद ये फैसला लिया गया है. शाम 7 बजे तक के लिए फिलहाल एयरपोर्ट को बंद किया गया है. बताया जा रहा है कि जो कार्गो प्लेन मुंबई एयरपोर्ट पर फिसला है वो बेंगलुरु से आया था.
महाराष्ट्र के अलीबाग से निसर्ग तूफान टकरा चुका है और इस चक्रवाती तूफान की वजह से मुंबई में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है. महाराष्ट्र पर अगले दो-तीन घंटे भारी बताए जा रहे हैं क्योंकि निसर्ग तूफान की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है. रत्नागिरी में एक घर की छत इस भयानक तूफान की वजह से उड़ गई है.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि महाराष्ट्र में चक्रवात निसर्ग के रायगढ़ के तट से टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह तीन घंटे तक जारी रहेगी. चक्रवात तटीय महाराष्ट्र से होकर गुजरा है, जो मुख्य रूप से रायगढ़ जिले को कवर करता है. रायगढ़ में तेज हवा और बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है. तूफानी हवाओं की वजह से मकानों के छप्पर तक उड़ जा रहे हैं.

महाराष्ट्र के पालघर और पड़ोसी जिले ठाणे में बृहस्पतिवार तक पहले ही निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और मछुआरों सहित सभी लोगों से समुद्र में ना जाने को कहा गया है. जिले के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख संतोष कदम ने बताया कि ठाणे जिले में भाइंदर के उत्तन तट पर एनडीआरएफ के एक दल को तैनात किया गया है, जहां अधिकतर मछुआरे रहते हैं.राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दो दलों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पालघर में तैनात किया गया है.

मुंबई के चर्च गेट इलाके में लोगों से घर में रहने की अपील की गई है. तूफानी हवाओं के कारण जगह-जगह पेड़ गिर गए हैं. जेसीबी मशीनों और कटर के जरिए उन्हें काटकर हटाने की कोशिश की जा रही है. तूफान का असर मुंबई के अलग-अलग इलाकों में देखने को मिल रहा है. एनडीआरएफ की टीमें अलग-अलग इलाकों में तैनात हैं. मुंबई के नवी मुंबई इलाके में तेज हवाओं ने काफी नुकसान पहुंचाया है. निसर्ग का सबसे ज्यादा असर रत्नागिरी और अलीबाग में देखने को मिल रहा है.

मुंबई के ब्रेबोन स्टेडियम इलाके में कई वाहनों पर पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई हैं. पेड़ों के गिरने से 5, 6 वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. हवा इतनी तेज है कि बड़े बड़े पेड़ जड़ समेत उखड़ गए हैं. इलाके में राहत कार्य किया जा रहा है. वहीं नरीमन प्वाइंट इलाके में भी तूफानी हवाओं ने काफी नुकसान पहुंचाया है.मुंबई के ब्राद्रा-वर्ली सी लिंक वाले इलाके में भारी बारिश हो रही है. तूफान को देखते हुए सी लिंक पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है.

गुजरात के द्वारका में भी तूफान का असर देखा जा रहा है. समुद्र में ऊंची ऊंची लहरें उठ रही है. सुरक्षा के लिहाज से वहां भी एनडीआरएफ समेत दूसरी सुरक्षा एजंसियों तो तैनात किया गया है. तटीय इलाकों को कल ही सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया था. बता दें कि निसर्गमहाराष्ट्र से टकरा गया है. मुंबई के ब्राद्रा-वर्ली सी लिंक वाले इलाके में भारी बारिश हो रही है. तूफान को देखते हुए सी लिंक पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है. कई जगह पेड़ गिर गए हैं. कई मकानों की छतें उड़ गई हैं.

महाराष्ट्र सरकार ने 35 स्कूलों में लोगों के रहने की व्यवस्था की है. ये लोग तटीय इलाकों के रहने वाले हैं जिन्हें सुरक्षा के लिहाज से शिफ्ट किया गया है. एनडीआरएफ समेत तमाम सुरक्षा एजंसियां एलक्ट मोड पर हैं. हेलीकॉप्टर सर्विस को भी तैयार रहने के लिए बोला गया है. मुंबई में तेज हवा और बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है. जगह-जगह पेड़ गिर गए हैं. इस तूफान का असर 3 घंटे तक रह सकता है.

मौसम विभाग के मुताबिक 129 साल बाद इतना भयानक तूफान महाराष्ट्र में आया है. ये तूफान करीब 3 घंटे महाराष्ट्र में रहेगा. मुंबई के नवी मुंबई इलाके में तेज हवाओं ने काफी नुकसान पहुंचाया है. निसर्ग का सबसे ज्यादा असर रत्नागिरी और अलीबाग में देखने को मिल रहा है. तूफानी हवाओं जैसे सब कुछ तबाह करने के मूड में हैं. हवाओं के कारण पेड़ 45 डिग्री तक झुक जा रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियां एलर्ट मोड पर हैं.
चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’महाराष्ट्र से टकरा गया है. मुंबई के ब्राद्रा-वर्ली सी लिंक वाले इलाके में भारी बारिश हो रही है. तूफान को देखते हुए सी लिंक पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है. कई जगह पेड़ गिर गए हैं. कई मकानों की छतें उड़ गई हैं. 100 से 110 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं ने परेशानी बढ़ा दी है. हालात ये हैं कि हवा के जद में आने वाली कोई भी चीज टिक नहीं रही. मौसम विभाग के मुताबिक ये तूफान करीब 3 घंटे महाराष्ट्र में रहेगा.
महाराष्ट्र के पालघर में तट के पास डहाणु, पालघर, वसई और तलासरी तहसील में कच्चे मकान में रहने वाले 15,000 से अधिक लोगों को बुधवार सुबह तक वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दो दलों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पालघर में तैनात किया गया है. एनडीआरएफ कर्मियों ने जिले में कुछ गांवों का दौरा कर लोगों को चक्रवात आने पर क्या करना है और क्या नहीं इसकी जानकारी दी है.

चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के बुधवार दोपहर महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग पहुचंने से पहले पालघर तट के पास समुद्र में मौजूद मछली पकड़ने की सभी नौकाएं वापस लौट आई हैं. अधिकारी ने बताया कि पालघर से कम से कम मछली पकड़ने की 577 नौकाएं समुद्र में गईं थी और सोमवार शाम तक 564 वापस आई थीं.जिला आपदा नियंत्रण प्रमुख विवेकानंद कदम ने कहा कि तटरक्षक, नौसेना और मत्स्य विभाग से मदद मांगी गई और शेष 13 नौकाएं भी मंगलवार देर शाम किनारे पर लौट आईं.

मध्य रेलवे (सीआर) ने कहा कि मुम्बई से चलने वाली पांच विशेष ट्रनों का समय बदला गया है और तीन विशेष ट्रेनों के मार्ग को बदला जाएगा. बदलाव के बाद एलटीटी- गोरखपुर विशेष अब सुबह 11 बजकर 10 मिनट की बजाय रात आठ बजे रवाना होगी. एलटीटी- तिरुवनंतपुरम विशेष सुबह 11 बजकर 40 की बजाय शाम छह बजे और एलटीटी-दरभंगा विशेष दोपहर सवा 12 की बजाय रात साढ़े आठ बजे रवाना होगी. इसके अलावा एलटीटी-वाराणसी विशेष दोपहर 12 बजकर 40 मिनट की बजाय रात नौ बजे और सीएसएमटी-भुवनेश्वर विशेष दोपहर तीन बजकर पांच मिनट की बजाय रात आठ बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रवाना होगी. सीआर ने कहा कि बुधवार को सुबह साढ़े 11 बजे आने वाली पटना-एलटीटी विशेष और दोपहर सवा दो बजे आने वाली वाराणसी-सीएसएमटी विशेष के मार्ग को बदला जाएगा और वे समय से पहले यहां पहुंचेंगी.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की मुम्बई इकाई के उप महानिदेशक के. एस. होसालिकर ने बताया कि चक्रवात अलिबाग के दक्षिण के पास से 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गुजरेगा और इस दौरान 120 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवाएं चलेंगी.

महाराष्ट्र के एनडीआरएफ कमांडेंट,अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों (समुद्री बेल्ट क्षेत्रों) से अब तक लगभग 40000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. मौसम को देखते हुए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम को मुंबई के वर्सोवा समुद्र तट पर तैनात किया गया है.

बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने कहा कि मुंबई फायर ब्रिगेड को आपात स्थिति के मामले में तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. 93 लाइफगार्ड 6 समुद्र तटों पर तैनात किए गए हैं. वहीं राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की 8 इकाइयों और नौसेना की 5 इकाइयों को शहर के विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है. एनडीआरएफ की कोलाबा (वार्ड ए), वर्ली (जी / दक्षिण), बांद्रा (एच / पूर्व), मलाड (पी / दक्षिण) और बोरिवली (आर / उत्तर) और अंधेरी में 3 टीमें तैनात हैं.

मौसम विभाग के अनुसार 'निसर्ग' तूफान महाराष्ट्र में सबसे पहले अलीबाग सीमा पर टकराएगा. बताया जा रहा है कि 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से यह तूफान महाराष्ट्र की तरफ बढ़ रहा है. अभी यह अलीबाग से लगभग 100 किमी की दूरी पर है. यह तूफान नासिक, मुंबई, पालघर, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, रायगढ़, मुंबई और ठाणे जैसे तटीय इलाकों से टकराएगा. इसी को देखते हुए इन इलाकों से स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. मुंबई पुलिस ने चक्रवात के मद्देनजर लोगों को तटों पर जाने से रोकने के लिये शहर में धारा 144 लगा दी है.

अलीबाग के SPअनिल पारस्कर ने कहा कि हर बीच पर पुलिस तैनात है,144कर्फ्यू का ऑर्डर है तो हर जगह से लोगों को निकाल दिया गया है.कल हमने12000लोगों को (स्कूल,समाज मंदिर)में शिफ्ट किया है. 6 तटीय पुलिस स्टेशन में 800 पुलिसकर्मी तैनात हैं साथ ही चक्रवात प्रभावित गांवों में हमारे 10-10टीमें तैनात हैं. हम लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं.

मौसम विभाग के डीजीएम, मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि दोपहर 1 बजे से 4 बजे के बीच अलीबाग के बेहद करीब हरिहरेश्वर और दमन के बीच चक्रवात निसर्ग महाराष्ट्र तट को पार करेगा. तट पार करते समय, मुंबई, ठाणे और महाराष्ट्र के रायगढ़ जिलों में 100-120 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज़ हवाएं चलेंगी.
चक्रवाती तूफान 'निसर्ग' के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बात की है. इसके अलावा दमन और दीव के साथ दादर और नगर हवेली के एडमिनिस्ट्रेटर प्रफुल पटेल से भी चर्चा की है. इन राज्यों के प्रमुखों से बात करके प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें तूफान से निपटने के लिए सभी तरह के सार्वजनिक सपोर्ट और केंद्र सरकार के सहयोग का आश्वासन दिया है.

मौसम विभाग के मुताबिक पूरे रायगढ़, मुंबई, ठाणे, पालघर में भारी से भारी वर्षा की संभावना है. आज दोपहर 1-3 बजे के बीच ये तूफान अलीबाग के दक्षिण में टकराएगा. वहीं गुजरात के दमन में भी इस तूफान की वजह से बारिश और तेज़ हवाएं चलना शुरू हो गई हैं. यहां से भी स्थानीय लोगों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया जा रहा है.


भारत के मौसम विभाग (IMD) ने गोवा के लिए अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी और अधिकांश स्थानों पर आज हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है. लोगों को समुद्र तट पर जाने से मना किया गया है.
महाराष्ट्र,गुजरात और गोवा में मौसम विभाग ने तूफान को लेकर रेड मैसेज जारी किया है. मुंबई से पूर्वांचल के लिए चलने वाली पांच ट्रेनों का समय बदल दिया गया है. कई एयरलाइंस ने अपनी फ्लाइट्स भी कैंसिल कर दी हैं.


मौसम विभाग का कहना है कि उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात के इलाकों में करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है. इसको लेकर महाराष्ट्र और गुजरात सरकार अपनी-अपनी तैयारियां कर रही हैं.

तूफान की वजह से महाराष्ट्र में भारी बारिश के साथ तूफानी हवाएं शुरू हो गई हैं. बुधवार को कई इलाकों में भीषण बारिश का अनुमान है. एनडीआरएफ, नेवी समेत तमाम रेस्क्यू एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं. पीएम नरेंद्र मोदी भी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
साइक्लोन निसर्ग की वजह से महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की 20 टीमों को तैनात किया गया. मुंबई में आठ टीमें, रायगढ़ में पांच टीमें, पालघर में दो, ठाणे में दो, रत्नागिरी में दो और सिंधुदुर्ग में एक टीम को तैनात किया गया है.

बैकग्राउंड

 


 


नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान निसर्ग के आज दोपहर बाद महाराष्ट्र के रायगड जिले के अलीबाग के पास टकराने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार-बुधवार रात तक निसर्ग चक्रवात के गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. आज यह महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट को पार कर जाएगा. चक्रवाती तूफान उत्तरी महाराष्ट्र और हरिहरेश्वर और दमन के बीच अलीबाग के पास दक्षिण गुजरात के तट को आज दोपहर बाद पार करेगा और हवा की गति 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी.


 


NDRF की 40 टीमें तैनात


 


कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने चक्रवाती तूफान निसर्ग से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) की दूसरी बैठक की मंगलवार को अध्यक्षता की. NDRF ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 40 टीमों को तैनात किया है और अतिरिक्त टीमों को भी एयरलिफ्ट किया गया है.


 


साइक्लोन निसर्ग की वजह से महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की 20 टीमों को तैनात किया गया. मुंबई में आठ टीमें, रायगढ़ में पांच टीमें, पालघर में दो, ठाणे में दो, रत्नागिरी में दो और सिंधुदुर्ग में एक टीम को तैनात किया गया है.


 


सेना और नौसेना की बचाव और राहत टीमें स्टैंडबाय पर
नौसेना और वायु सेना के जहाजों और विमानों के साथ सेना और नौसेना की बचाव और राहत टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है. तटरक्षक बल के जहाज पहले से ही समुद्र में मछुआरों को बचाने में लगे हुए हैं. मुंबई पुलिस ने चक्रवात के मद्देनजर लोगों को तटों पर जाने से रोकने के लिये शहर में धारा 144 लगा दी है.


 


पीएम मोदी ने अमित शाह के साथ की बैठक


 


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चक्रवात को लेकर महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्रियों से बात की. केन्द्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है. पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को बैठक की. इस बैठक में पीएम मोदी ने साइक्लोन को लेकर गृहमंत्री और एनडीएमए, एनडीआरएफ के साथ तैयारियों की समीक्षा की. साथ ही निर्देश दिया कि केंद्र की ओर से राज्य को हर प्रकार की मदद दी जाए.


 


चक्रवाती तूफान 'निसर्ग' के आज महाराष्ट्र में अलीबाग इलाके से टकराने की संभावना, सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे 21 हजार लोग

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