महातूफान 'निसर्ग' महाराष्ट्र से गुजरा, पीछे छोड़ गया तबाही के मंजर
चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र से गुजर तो गया लेकिन अपने पीछे तबाही के मंजर छोड़ गया है. जगह-जगह पेड़ उखड़े हैं और घरों को नुकसान पहुंचा है.
चक्रवाती तूफान 'निसर्ग' आज महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से गुजरा और जहां-जहां इस तूफान ने दस्तक दी वहां-वहां इसने तबाही के मंजर पीछे छोड़ दिए. आज दोपहर 1 बजे से 2 बजे के बीच ये तूफान महाराष्ट्र के अलीबाग में टकराया और वहां समंदर में 4 मीटर तक की ऊंची लहरें उठीं. तूफान के चलते महाराष्ट्र के रायगड में भी भारी तबाही देखी गई. तूफान तो चला गया लेकिन अपने पीछे तबाही छोड़ गया जिससे उबरने में महाराष्ट्र के शहरों को लंबा समय लगेगा.
अलीबाग 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं से कई पेड़ जड़ों से उखड़ गए. सड़कों पर जहां-तहां बड़े-बड़े पेड़ अपनी जड़ों से उखड़ गए और रास्तों पर गिरकर उन्हें अवरुद्ध कर दिया.
उरण उरण में हवाओं की रफ्तार इतनी तेज थी कि घरों के ऊपर लगे टीनशेड अपनी जगह से उखड़ गए और तेजी के साथ जमीन पर आ गिरे.
रायगड तूफान की रफ्तार के आगे घरों के टीनशेड कागज के पत्तों की तरह उखड़ गए. सड़कों पर पेड़ों के गिरने का मंजर भयानक था. सड़कों के किनारे लगे होर्डिंग अपनी जगह से उखड़ गए. तेज हवा और बारिश ने रायगड में खूब तबाही मचाई.
मुंबई मुंबई में निसर्ग तूफान के आने से पहले ही तेज हवाएं चल रही थीं और तूफान के मुंबई में आते ही भारी बारिश शुरू हो गई. जबरदस्त तेज हवाओं के चलते सड़कों पर पेड़ों का गिरना जारी था और रास्ते ब्लॉक हो गए. मुंबई एयरपोर्ट पर एक बेंगलुरू से आया एक मालवाहक विमान रनवे पर फिसल गया और इसके बाद एयरपोर्ट को शाम 7 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया था. हालांकि शाम को 5 बजे के बाद जब तूफान मुंबई से गुजर गया तो शाम 6 बजे एयरपोर्ट को खोल दिया गया और विमानों की आवाजाही शुरू कर दी गई.
रत्नागिरी रत्नागिरी में एक छोटा जहाज समंदर की तेज लहरों में फंस गया और उसके वीडियो सामने आए जिसमें नाविक कहते दिखे कि आधे जहाज में पानी भर गया है और हमारी मदद कीजिए.
अब जब मुंबई और महाराष्ट्र से निसर्ग तूफान का खतरा टल गया है तो इसकी रफ्तार भी धीमी हो गई है और ये गुजरात के तटीय इलाकों से गुजरेगा लेकिन इसके वहां तबाही मचाने की आशंका नहीं है. इसके अलावा दमन और दीव के नजदीक से भी इस तूफान के गुजरने की आशंका थी लेकिन अब इसकी रफ्तार कम होने से ज्यादा असर दिखाने की आशंका नहीं है.
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