दक्षिणी राज्य तमिलनाडु की तरफ तेजी से बढ़ रहे भीषण चक्रवात निवार के 25 नवंबर की शाम को तट से टकराने की आशंका है। इस दौरान हवा की रफ्तार 120 किलो मीटर प्रति घंटे रहने का अनुमान है. चेन्नई के कई हिस्सों में अभी से बारिश शुरू हो गई है. इसके साथ ही, पुडुचेरी में भी तेज हवाओं के चलने का सिलसिला शुरू हो गया है. ऐसे में तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान नेवार से आने वाली किसी भी आपदा को निपटने के लिए 30 टीमें तैयार की गई हैं.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ) के डीजी ने कहा कि तमिलनाडु में 12 टीमें, पुडुच्चेरी में 2 टीमें और करईकल में 1 टीम का गठन किया गया है. 3 टीम नेल्लोर और 1 टीम ने चित्तौर में मोर्चे पर पॉजिशन ले ली है. विजाग में 3 टीम तैनात हैं. कुल 22 टीम ग्राउंड पर रहेंगी जबकि 8 टीम को स्टैंडबाय मोड में रखा गया है.
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक डॉक्टर मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा कि 25 नवंबर को तमिलनाडु के तटीय और उत्तरी दूर-दराज के इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है. सबसे ज्यादा खतरा तमिलनाडु के उत्तरी जिलों में है.
नेवार तूफान के खतरे की आशंका को देखते हुए पूरे पुडुचेरी में आज रात 9 बजे से 26 नवंबर की सुबह 6 बजे तक एहतियातन धारा-144 लगाने की घोषणा की गई है. इस दौरान केवल दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. केवल दूध, पेट्रोल स्टेशन और फार्मेसियों को संचालित करने की अनुमति रहेगी.
तमिलनाडु के कुड्डालोर के आपदा निगरानी जोनल अधिकारी ने कहा कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को चक्रवात आश्रयों में स्थानांतरित करने के लिए कहा. प्रत्येक ब्लॉक / पंचायत में, जोनल टीमों को तैनात किया गया है जो सड़कों की सफाई, बिजली के खंभे आदि स्थापित कर सकते हैं.