चक्रवात ताउते: जहाज पी305 पर मौजूद लोगों में से 22 की मौत, 65 लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
नौसेना के एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई तट से दूर अरब सागर में चक्रवात ताउते के प्रकोप में डूबने वाले बोर्ड आवास बार्ज P305 पर कम से कम 22 कर्मी मारे गए हैं.
मुंबई: चक्रवात ताउते के कारण काफी नुकसान देखने को मिला है. कई राज्यों में ताउते के कारण जान-माल की हानि उठानी पड़ी है. वहीं नौसेना का युद्धपोत आईएनएस कोच्चि बार्ज पी305 से बचाए गए लोगों में से 125 को लेकर मुंबई पहुंचा. यह बार्ज चक्रवात ताउते में फंसने के कारण अरब सागर में डूब गया था. इसके साथ ही इसमें से 22 शव भी बरामद किए गए हैं. बार्ज पर 273 लोग मौजूद थे जिसमें से नौसेना ने अब तक 188 लोगों को बचा लिया है.
रक्षा पीआरओ (मुंबई) के जरिए ट्वीट किए गए एक वीडियो में आईएनएस कोच्चि को आज सुबह शहर के बंदरगाह में नौकायन करते हुए देखा गया है, जिसमें पी305 बार्ज से 188 लोगों को बचाया गया है. आईएनएस कोलकाता भी बचाए गए अन्य लोगों को लेकर आज मुंबई बंदरगाह लौटा.
#CycloneTauktae #Update #SAR Ops - Barge P305.
— SpokespersonNavy (@indiannavy) May 19, 2021
188 survivors incl two ex tug Varaprada rescued & 22 Brave #NaturesVictims #BNV recovered so far. #INSKochi returned to #Mumbai with survivors/ BNV.#IndianNavy #SAR effort continues for the remaining personnel.@DefenceMinIndia pic.twitter.com/qeETMnN8HE
नौसेना के एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई तट से दूर अरब सागर में चक्रवात ताउते के प्रकोप में डूबने वाले बोर्ड आवास बार्ज P305 पर कम से कम 22 कर्मी मारे गए हैं और 65 अभी भी लापता हैं. नौसेना ने कहा कि खराब मौसम से जूझ रहे उसके कर्मियों ने अब तक 273 लोगों में से 188 को बचाया है, जो पी305 जहाज पर सवार थे.
उन्होंने कहा कि वहीं खोज और बचाव अभियान अभी भी जारी है और हमने उन्हें तट पर लाने की उम्मीद नहीं खोई है. हालांकि, जैसे-जैसे घंटे बीतते जा रहे हैं, जीवित बचे लोगों के मिलने की संभावना कम होती जा रही है. नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि 22 शवों को मुंबई लाया गया था.
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि दो अन्य बार्ज और एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं. उल्लेखनीय है कि ये बार्ज चक्रवात ताउते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे. ओएनजीसी और एससीआई के पोतों के जरिए इन्हें तट तक सुरक्षित लाया जा रहा है. बचाव एवं राहत कार्यों में मदद के लिए क्षेत्र में आईएनएस तलवार भी तैनात है.