Cyclone Tauktae: नौसेना का युद्धपोत आईएनएस कोच्चि बार्ज पी305 से बचाए गए लोगों में से 125 को लेकर बुधवार को मुंबई पहुंचा. यह बजरा चक्रवात ताउते में फंसने के कारण अरब सागर में डूब गया था. हालांकि इस दौरान 34 लोगों की मौत हो गई. आईएनएस कोच्चि से 14 डेड बॉडी लाई गई. वहीं, आईएनएस कोलकाता से भी डेड बॉडी लाई जा रही हैं.
184 लोगों को बचाया गया
बार्ज पर 273 लोग मौजूद थे, जिसमें से नौसेना ने अब तक 184 लोगों को बचा लिया है. आईएनएस कोच्चि के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन सचिन सेक्विरा ने बताया, ‘‘हमारा पोत पी305 से अब तक बचाए गए 184 लोगों में से 125 को लेकर लौटा है.’’ उन्होंने बताया ‘‘समुद्र उफान पर है और हवा 90-100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है. समुद्र में नौ से दस मीटर ऊंची लहरें उठी रही हैं. ऐसे में तलाश एवं बचाव अभियान के लिहाज से परिस्थितियां कठिन हैं.’’
बार्ज पर मौजूद लोगों को बचाने के लिए आईएनएस कोच्चि मुंबई से सोमवार को रवाना हुआ था. उल्लेखनीय है कि यह बजरा चक्रवात ताउते के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर सागर में फंस गया था और डूब गया था.
तलाश और बचाव अभियान अभी जारी
नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि तलाश और बचाव अभियान अभी जारी है और लोगों को सुरक्षित तट तक लाने की उम्मीद हमने अब तक नहीं छोड़ी है. नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो अन्य बजरों और एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं.
बचाव और राहत कार्यों में मदद के लिए क्षेत्र में आईएनएस तलवार भी तैनात है. नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर सदाशिव पवार ने कहा कि यह बीते चार दशक में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण तलाश एवं बचाव अभियान है.
यह भी पढ़ें-
Coronavirus: भारत समेत दुनिया के इन 8 देशों में हुई एक लाख से ज्यादा मौत, जानिए कौन-कौन से देश शामिल
धीमी हो रही है कोरोना की दूसरी लहर, जानिए किन-किन राज्यों में कोरोना के केस कम हुए हैं