नई दिल्ली: चक्रवात ‘ताउते’ गुजरात से टकरा गया. तेज हवाओं के साथ भारी बारिश जारी है. चक्रवात के मद्देनजर गुजरात में 1.5 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा. वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, राज्य में इस चक्रवात की वजह से छह लोगों की मौत हो गई और लोग घायल हुए. चार जानवरों की भी मौत हुई.
इससे पहले भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि उष्णकटिबंधीय तूफान 'ताउते' एक बहुत ही भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है और इसके शाम तक गुजरात तट तक पहुंचने और रात 8 से 11 बजे के बीच इसे पार करने की संभावना है.
जब चक्रवात महाराष्ट्र तट से आगे बढ़ा और सुबह मुंबई के करीब पहुंचा यहां स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक परिचालन स्थगित करने की घोषणा की और बाद में शाम 6 बजे तक सभी परिचालन स्थगित रखने का फैसला किया.
एक अधिकारी ने बताया कि गुजरात में निचले तटीय इलाकों से 1.5 लाख से अधिक लोगों को स्थानांतरित करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की 54 टीमें तैनात हैं.
एक अधिकारी ने कहा कि पोरबंदर सिविल अस्पताल ऐसे कम से कम 17 कोविड-19 रोगियों को सोमवार को एहतियात के तौर पर अन्य सुविधाओं में स्थानांतरित कर दिया गया जो वहां आईसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे क्योंकि चक्रवात ताउते गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है.
गुजरात सरकार ने कहा कि केंद्र ने चक्रवात से निपटने के लिए गुजरात को हर संभव मदद की पेशकश की है और सेना, नौसेना और वायुसेना को जरूरत पड़ने पर प्रशासन की सहायता के लिए तैयार रहने को कहा है.
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने तटीय जिलों के कलेक्टरों के साथ बैठक करने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह राज्य सरकार के संपर्क में हैं और उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिया है. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा कि प्रधानमंत्री ने रूपाणी को फोन किया और चक्रवात से निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारियों के बारे में जानकारी ली.
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को फोन किया और चक्रवात ताउते से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा तैयारियों का ब्योरा लिया.’’ पीएम मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान राज्य सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. चक्रवात ताउते के उत्तर की ओर गुजरात की ओर बढ़ने के साथ ही महाराष्ट्र और गोवा के तटीय क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने के साथ ही भारी वर्षा और समुद्र में ऊंची लहरें उठीं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुंबई, ठाणे और राज्य के अन्य तटीय जिलों के हालात का जायजा लिया. मुंबई में भारी बारिश जारी रही, इसके मद्देनजर 12,000 से अधिक नागरिकों को तटीय क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया. इनमें रायगढ़ जिले के 8,380, रत्नागिरि के 3,896 और सिंधुदुर्ग जिले के 144 लोग शामिल हैं. भारतीय तटरक्षक बल ने कहा कि उसने 16 मई की रात को चक्रवात के कारण अशांत समुद्र के बीच कोच्चि तट से लगभग 35 समुद्री मील दूर फंसे 12 मछुआरों को बचाया. सोमवार सुबह जब मुंबई वासी नींद से उठे तो उन्होंने तेज हवाएं और भारी बारिश देखी जो चक्रवात के चलते था. मुंबई के कई लोग कोरोना वायरस महामारी के बीच मौसम में बदलाव का आनंद ले रहे हैं.