नई दिल्ली: ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में तूफान तितली का खतरा मंडरा रहा है. तितली से निपटने के लिए ओडिशा में रेड अलर्ट जारी किया गया है. ओडिशा सरकार ने गुरुवार को चक्रवाती तूफान तितली के मद्देनजर जिला अधिकारियों को तैयार रहने और जान माल की हानि से बचने के लिए कहा है.


विशेष राहत आयुक्त बिष्णुपद सेठी ने गंजाम, खोरधा और पुरी में तट के समीप रहने वालों की पहचान करने और उन्हें सुरक्षित जगहों पर ले जाने के आदेश दिए हैं. सेठी ने कहा, "गजपति, गंजाम, खोरधा, नयागढ़ और पुरी में झुग्गी-झोपड़ियों को नुकसान पहुंचने की आशंका है. इसके अलावा कच्चे घरों में रहने वालों को भी चक्रवाती तूफान/बाढ़ शिविरों और अन्य सुरक्षित इमारतों में ले जाया जाएगा."





मौसम विभाग के मुताबिक तूफान के 11 अक्टूबर को ओडिशा तट से गुजरने की आशंका है. भारतीय मौसम विज्ञान-विभाग (आईएफडी) के अनुसार, "बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव का क्षेत्र अगले 24 घंटे में चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा और 11 अक्टूबर को सुबह गोपालपुर और कलिंगपत्तनम के बीच ओडिशा और उत्तर आंध्रप्रदेश के तट को पार करेगा."


हालांकि उसके कुछ ही समय बाद इसकी दिशा बदलकर उत्तर पूर्व हो जाएगी और ओडिशा पर भीषण बारिश देने के बाद दक्षिण बंगाल, बांग्लादेश होते हुए पूर्वोत्तर भारत की ओर चला जाएगा. हालांकि इस दौरान यह कमजोर भी होता जाएगा. इससे पहले उत्तरी आंध्र, ओड़ीशा और कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल में 11 और 12 अक्टूबर को भीषण बारिश जन-जीवन के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है.