Cyclone Yaas Live: चक्रवाती तूफान ‘यास’ से ओडिशा और बंगाल में भारी नुकसान, कई इलाकों में भरा पानी
Yaas Cyclone LIVE Updates: चक्रवाती तूफान 'यास' ओडिशा तट से टकरा चुका है. तूफान बालासोर के दक्षिण में 130-140 किमी प्रति घंटे की हवा की रफ्तार से टकराया. इस दौरान कुछ जगह पेड़ उखड़ गए, लेकिन कोई बड़ी घटना नहीं हुई. हालांकि तूफान अब धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है. पल-पल की अपडेट्स के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज के साथ...
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर में शंकरपुर गांव चक्रवाती तूफान के कारण जलमग्न.
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर में चक्रवात प्रभावित तालगाचारी में राष्ट्रीय आपदा बल, भारतीय सेना और राज्य प्रशासन बचाव कार्य में लगे हैं.
एनडीआरएफ ने कहा है कि उसने आज सुपर साइक्लोन यास के दौरान पूर्वी मेदिनीपुर जिले के सटिलपुर गांव में झील में डूबने से तीन लोगों को बचाया.
पश्चिम बंगाल में भारतीय सेना ने पूर्वी मिदनापुर के तालगाचारी इलाके में जहां जलभराव है वहां से स्थानीय लोगों सुरक्षित बाहर निकाला.
ओडिशा विशेष राहत आयुक्त प्रदीप के जेना ने कहा है कि जाजपुर, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों में विद्युत बुनियादी ढांचे को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. बहाली प्रक्रिया शुरू हो गई है और बिजली विभाग ने भी फीडरों की सुरक्षा जांच शुरू कर दी.
ओडिशा विशेष राहत आयुक्त प्रदीप के जेना ने कहा है कि चक्रवाती तूफान यास ने लैंडफॉल की प्रक्रिया पूरी कर ली है. यह सुबह 9 बजे के आसपास शुरू हुआ और लगभग 1 बजे शांत. कलेक्टर बालासोर और भद्रक से मिली जानकारी के मुताबिक सभी तटीय क्षेत्रों में हवा थम गई है.
भारी बारिश से भद्रक जिले में जमुनाखेड़ी रोड क्षतिग्रस्त हो गया है. सड़क बहाली का काम चल रहा है.
ओडिशा में तूफान यास से लैंडफॉल के बाद नौकाएं और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. पश्चिम बंगाल-ओडिशा सीमा के पास उदयपुर में तेज हवा के कारण चेक पोस्ट बैरिकेड भी उड़ गया.
चक्रवाती तूफान यास के प्रभाव से ओडिशा-बंगाल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है. रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया है.बंगाल में हल्दिया पोर्ट में भी पानी का कहर दिखाई दे रहा है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि 15 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. उन्हें एक सेफ जगह पर पहुंचा दिया गया है. चक्रवात 'यास' के कारण मौसम काफी खराब है और ज्वार-भाटा के कारण बंगाल में कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं.
चक्रवात ‘यास’ के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ने से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना के कई इलाकों में बुधवार को पानी भर गया. नारियल के पेड़ों के शिखरों को छूतीं समुद्र की लहरें और बाढ़ के पानी में बहती कारें दिखाई दीं. अधिकारियों ने बताया कि बढ़ते जलस्तर के कारण दोनों तटीय जिलों में कई स्थानों पर तटबंध टूट गए, जिसके कारण कई गांव और छोटे कस्बे जलमग्न हो गए. विद्याधारी, हुगली और रूपनारायण समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के अधिकतर हिस्से चक्रवात से प्रभावित हुए हैं और इसके कारण बारिश हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लगभग पूरे पश्चिम बंगाल में पानी भर गया है. कई तटबंध टूट गए हैं और समुद्र का पानी दक्षिण 24 परगना के सागर एवं गोसाबा जैसे क्षेत्रों और पूर्व मिदनापुर के मंदारमणि, दीघा और शंकरपुर जैसे तटीय क्षेत्रों में घुस गया है. निचले इलाकों में व्यापक क्षति हुई है.’’
मौसम विभाग ने बताया है कि अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान 'यास' अब गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है. यानी कि तूफान पहले से थोड़ा कमजोर हुआ है. शाम तक हवा की गति धीमी हो जाएगी और आधी रात तक चक्रवात ओडिशा से झारखंड की ओर रवाना हो जाएगा.
ओडिशा के पारादीप में चक्रवात 'यास' की वजह से मछली पकड़ने वाली नावों को नुकसान पहुंचा है.
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर के दीघा में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. बारिश की वजह से दीघा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.
झारखंड के रांची में चक्रवात 'यास' की वजह से तेज हवाएं चल रही हैं और मौसम में बदलाव आया है.
एक तरफ ओडिशा के रिहायशी इलाकों में समंदर का पानी घुस गया है. तो वहीं पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट में भी पानी भर गया है. चक्रवाती तूफान यास का लैंडफॉल जारी है. हालांकि चक्रवात अब उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है.
चक्रवाती तूफान 'यास' ओडिशा तट से टकरा चुका है. पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. समंदर से 6 मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं.
IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, झारखंड में आज और कल भारी से भारी बारिश हो सकती है. बिहार, सब हिमालयन पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी आज और कल आइसोलेटेड भारी बारिश से भारी बारिश हो सकती है. असम मेघालय में भी आज आइसोलेटेड भारी बारिश होने की उम्मीद है.
IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ये सभी हवा की गति आज रात तक रहेगी उसके बाद काफी हद तक कम हो जाएगी. आज भी उत्तर ओडिशा और तटीय ओडिशा में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है. पश्चिम बंगाल में भी आज आइसोलेटेड भारी से बहुत भारी बारिश होगी, कल भी अंदर के ज़िलों में बारिश हो सकती है.
IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया, चक्रवाती तूफान 'यास' कल सुबह झारखंड पहुंचेगा तब इसके हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. इसकी सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली हवा बालेश्वर, भद्रक और पश्चिम बंगाल के मिदिनीपुर में चल रही है. ओडिशा के अंदर के ज़िलों में भी हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी.
IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, 'तूफान बालेश्वर के दक्षिण में ओडिशा तट को पार कर रहा है. अभी इसके हवा की गति 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे है. लैंडफॉल प्रक्रिया अभी चल रही है जो 3 घंटे में पूरी होगी. इसके बाद ये कमजोर होकर उत्तर पश्चिम दिशा में गति करेगा.'
ओडिशा में, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कटक, ढेंकनाल, क्योंझरगढ़ में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है. जबकि पश्चिम बंगाल के झारग्राम, बांकुरा, दक्षिण 24 परगना में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और पुरुलिया में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की भविष्यवाणी हुई है.
ओडिशा के भद्रक जिले में धामरा बंदरगार के निकट गंभीर चक्रवाती तूफान ‘यास’ के पहुंचने की शुरुआत सुबह नौ बजे से हो गई. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने कहा कि चक्रवात अनुमानित समय से कुछ घंटों की देरी से पहुंचा क्योंकि इसकी रफ्तार 15-16 किलोमीटर प्रति घंटे से कम होकर 12 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई.
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से भुवनेश्वर और कोलकाता के बीच उड़ानें रद्द कर दी हैं. अब तक करीब 6 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं. हालांकि बाकी उड़ानें अपने निर्धारित समय पर चलती रहेंगी. ये जानकारी मुंबई एयरपोर्ट ने दी है.
मौसम विभाग ने पहले कहा था कि चक्रवात के दौरान हवा की गति 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटा रहने और इसके बढ़कर 185 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है. बालासोर और भद्रक जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित होंगे.
पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में तेज हवाओं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं
मौसम विभाग ने बताया है कि ओडिशा के तटीय इलाकों में भूस्खलन लगभग 2 घंटे तक जारी रहेगा.
दुनिया में शुरुआत से ही तूफानों के नामकरण का चलन चल रहा है. 'यास' एक अरेबिक शब्द है जिसका अर्थ है 'निराशा'. ओमान देश ने इस तूफान को ये नाम दिया है. दरअसल ये तूफान ओमान की तरफ से आया है. इससे बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश की आशंका है.
बादल तीव्र गति से अब ओडिशा तट में प्रवेश कर चुके हैं. लैंडफॉल जारी है. इसे पूरा होने में करीब 3 घंटे का समय लगेगा. वहीं भीषण चक्रवाती तूफान 'यास' अभी बालासोर (ओडिशा) से लगभग 30 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित है. हवाओं की रफ्तार अभी 130-140 किमी प्रति घंटा है. 155 किमी प्रति घंटे की हवा की रफ्तार से ओडिशा के बालासोर तट पर तूफान के टकराने की संभावना है.
भीषण चक्रवाती तूफान 'यास' अभी बालासोर (ओडिशा) से लगभग 40 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित है. ये जानकारी मौसम विभाग ने दी है.
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर में न्यू दीघा समुद्र का पानी रिहायशी इलाकों में पहुंच गया.
चक्रवात तूफान ‘यास’ सुबह नौ बजे ओडिशा के भद्रक जिले में धामरा बंदरगाह के निकट पहुंच गया है. ये जानकारी एक अधिकारी ने दी है. वहीं लैंडफॉल भी शुरू हो गया है.
भीषण चक्रवाती तूफान यास बालासोर (ओडिशा) से लगभग 50 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है. लैंडफॉल सुबह लगभग 9 बजे शुरू हो चुका है.
मौसम विभाग के अनुसार, बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान यास बालासोर के लगभग 50 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित है. दोपहर तक ये चक्रवाती तूफान एक अत्यंत गंभीर तूफान के रूप में धामरा के उत्तर और बालासोर के दक्षिण में उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों को पार करेगा. इस दौरान 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी.
भुवनेश्वर का बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट और झारसुगुड़ा एयरपोर्ट मंगलवार रात 11 बजे बंद कर दिया गया और गुरुवार सुबह पांच बजे तक बंद रहेगा. चक्रवात के कारण आज दुर्गापुर और राउरकेला एयरपोर्ट पर भी सभी उड़ानें स्थगित रहेंगी. वहीं कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बुधवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 7:45 तक उड़ानों का संचालन निरस्त रहेगा. वहीं, रेलवे ने ओडिशा-बंगाल की सभी ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है.
पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर के हल्दिया में तेज हवाओं के साथ समुद्र में लहरें ऊपर उठती हुई दिखीं
ओडिशा के पारादीप में तेज हवाएं और बारिश की वजह से सड़कों पर पेड़ गिरे हुए दिखे
ओडिशा में बालासोर जिले के चांदीपुर में तेज हवा चलने के साथ बारिश हो रही है.
पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में तेज हवाएं और बारिश हो रही है.
बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान 'यास' धामरा के पूर्व में 40 किमी और बालासोर के 90 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में स्थित है. यहां 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं.
वीडियो | ओडिशा में भद्रक जिले के धामरा में तेज हवाएं और भारी बारिश हो रही है. क्योंकि चक्रवात तूफान लैंडफॉल के करीब है.
चक्रवात 'यास' ओडिशा के बालासोर में दस्तक दे चुका है. इस वक्त यहां समुद्र में लहरें 4 से 6 मीटर तक ऊपर उठ रही हैं. सुबह 10-11 बजे के बीच ओडिशा के तट से टकराने का अनुमान है. उस दौरान हवा की रफ्तार 150 किमी प्रति घंटे की रह सकती है.
ओडिशा के भद्रक जिले में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं. यहां लैंडफॉल की संभावना है.
पश्चिम बंगाल | पूर्व मेदिनीपुर जिले के पूर्बा में समुद्र में बड़ी-बड़ी लहरे उठ रही हैं. जोरदार बारिश हो रही है. चक्रवात यास के चलते लैंडफॉल की स्थिति बन गई है.
चक्रवात यास मंगलवार की शाम को भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. इसके चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों से 12 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए ‘रेड कोडेड’ चेतावनी जारी की गई है.
यास तूफान के कारण पश्चिम बंगाल और झारखंड के कई इलाकों में हल्की बारिश हो रही है. वहीं मिदनापुर में भारी बारिश जबकि बांकुरा और झाड़ग्राम में भारी से भारी बारिश होने की आशंका है. इस बात की जानकारी मौसम विभाग की ओर से दी गई है.
भुवनेश्वर का बीजू पटनायक एयरपोर्ट मंगलवार रात 11 बजे से गुरुवार सुबह पांच बजे तक बंद रहेगा. दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी कई ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है. चक्रवात के मद्देनजर पड़ोसी राज्य झारखंड ने भी अलर्ट जारी किया है और चक्रवात के प्रभाव के मद्देनजर तैयारी की जा रही है.
चक्रवात यास मंगलवार की शाम को भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया. इसके चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों से 12 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
यास तूफान को देखते हुए पूर्व रेलवे ने 26 मई और 27 मई को मालदा-बालुरघाट पैसेंजर स्पेशल ट्रेन को रद्द कर दिया है. बता दें कि चक्रवाती तूफान यास अब बेहद गंभीर तूफान का रूप ले चुका है. एनडीआरएफ और पश्चिम बंगाल सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक 8 लाख 9 हजार 830 लोगों को निकाला गया है.
भारतीय मौसम विभाग ने डीजी एम. मोहपात्रा ने बताया की चक्रवाती तूफान यास अब बेहद गंभीर तूफान का रूप ले चुका है. भारतीय मौसम विभाग ने डीजी एम. मोहपात्रा ने बताया की चक्रवाती तूफान यास अब बेहद गंभीर तूफान का रूप ले चुका है. एनडीआरएफ ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार की रिपोर्ट के अनुसार 8 लाख 9 हजार 830 लोगों को निकाला गया. इसी तरफ ओडिशा सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक 60 हजार लोगों को वहां पर निकाला गया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यास तूफान की वजह से साढे ग्यारह लाख लोगों को निकाला जा चुका है. उन्होंने बताया कि 2 लोगों की करंट से मौत हो गई जबकि हुगली और नॉर्थ 24 परगना जिलों के 80 घरों को नुकसान पहुंचा है. यास तूफान की वजह से बुधवार की सुबह साढे आठ बजे से शाम पौने आठ बजे तक कोलकाता एयरपोर्ट को बंद रखा गया है.
भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) सॉफ्टवेयर और समाधान उपलब्ध कराने वाली एसरी इंडिया ने चक्रवाती तूफान यास के रास्ते की पूरी जानकारी और उस पर नजर रखने के लिए एक नक्शा जारी किया है. चक्रवात के 26 मई को ओड़िशा के उत्तरी भाग में बालेश्वर के समीप पहुंचने की संभावना है.
कंपनी के अनुसार चक्रवाती तूफान यास के रास्ते की सीधी तस्वीर (यास लाइव पाथ) जीआईएस मैपिंग एप्लीकेशन सबसे अधिक खतरे वाले इलाकों में पहले से तैयारी करने, जगह खाली कराने, पुनर्वास योजनाओं में भी मदद करेगा. एसरी ने एक बयान में कहा कि यह जीआईएस नक्शा चक्रवात के अनुमान की स्थिति, रुख, उसका रास्ता, वायु की गति, चेतावनी आदि जैसी सूचना समय रहते उपलब्ध कराता है. इसका उपयोग मैपिंग एवं जोखिम से निपटने संबंधी तैयारियों में किया जा सकता है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि यास तूफान के कहर के देखते हुए बंगाल में करीब 9 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है. हालांकि, क्षेत्रीय मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि कोलकाता में अम्फान जैसी स्थिति की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि वहां पर अधिकतम 65-75 हवा की रफ्तार रह सकती है.
देश के पूर्वी तटीय इलाकों में चक्रवात यास के मद्देनजर सेना ने पश्चिम बंगाल में 17 एकीकृत राहत कॉलम की तैनाती की है जिनमें आवश्यक उपकरण और नाव के साथ विशेषज्ञ कर्मी शामिल हैं. सेना ने एक बयान में कहा, “अनुरोध के आधार पर पश्चिम बंगाल सरकार के साथ करीबी समन्वय में सेना के इन कॉलम की तैनाती की गई है.” भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि चक्रवात यास के बुधवार सुबह ओडिशा के भद्रक जिले में धामरा बंदरगाह के निकट दस्तक देने की आशंका है और इसकी गति 155 से 165 किलोमीटर तक हो सकती है जो बढ़कर 185 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार तक पहुंच सकती है.
यास तूफान के चलते ओडिशा में कई जगहों पर बारिश शुरू हो गई है. ओडिशा के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर पीके जेना ने बताया कि केन्द्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, भद्रक और बालासोर जिले हाई रिस्क जोन में हैं. ओडिशा सरकार ने बताया कि तटवर्ती जिलों के करीब 2 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है.
यास तूफान का झारखंड पर भी असर देखने को मिल सकता है. भारतीय मौसम विभाग के सीनियर साइंटिस्ट आरके जेनामनी ने बताया कि झारखंड में 110-120 की रफ्तार से हवा चल सकती है. अधिकारियों ने बताया कि पूर्व और पश्चिम सिंहभूम जिले के संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को खाली कराकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
मौसम विभाग भुवनेश्वर के डायरेक्टर एच.आर. बिस्वास ने कहा- चक्रवाती तूफान यास पारादीप (ओडिशा) से करीब 200 किलोमीटर दक्षिण उत्तर में है और यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. अगले छह घंटे में इसके गंभीर तूफान में बदलने की आशंका है. कल दोपहर को बालासोर और धमरा पोर्ट के उत्तर में दोपहर को बारिश होने की संभावना है.
यास तूफान का असर बंगाल से लेकर तमिलनाडु तक देखने को मिल रहा है. तमिलनाडु के रानमनाथपुरम जिले के रामेश्वरम तालु के पम्बन इलाके में तेज हवा चल रही है. कुंतुकल इलाके में नदी किनारे बांधी गई नाव को तेज हवा ने गहरे समुद्र में धकेल दिया.
पश्चिम बंगाल के शंकरपुर-दीघा समुद्र का जल स्तर बढ़ गया है. जलस्तर में यह परिवर्तन यास तूफान के चलते देखने को मिल रहा है. ऐसी आशंका है कि अगले कुछ घंटे में भारी चक्रवात का रूप ले सकता है.
पारादीप पत्तन न्यास (पीपीटी) ने गंभीर चक्रवाती तूफान ‘यास’ के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से मंगलवार दोपहर दो बजे से अपना परिचालन निलंबित कर दिया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. चक्रवात के 26 मई को ओडिशा के तट से टकराने की आशंका है. अधिकारी ने कहा कि कम से कम 12 पोतों को गहरे समुद्र में उतार दिया गया है ताकि वे तूफान के रास्ते में न आएं. उन्होंने बताया कि बंदरगाह क्षेत्र में सभी ट्रकों, डंपर और बड़े कार्गो उपकरणों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएग. पारादीप पत्तन न्यास के अध्यक्ष विनीत कुमार ने संवाददाताओं से कहा, “सभी एहतियाती उपाय बरतने के लिए अधिकारी ओडिशा सरकार और जगतसिंहपुर जिला प्रशासन के संपर्क में हैं.”
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के ‘एकीकृत परीक्षण स्थल’ (आईटीआर) ने ‘यास’ चक्रवात के मद्देनजर ओडिशा में स्थित चांदीपुर तथा अब्दुल कलाम द्वीप पर अपने प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं. मंगलवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के एक वैज्ञानिक ने आज यह बताया कि भद्रक जिले में धामरा और चांदबाली के बीच तूफान के तट पर पहुंचने की आशंका प्रबल है.
बैकग्राउंड
Cyclone Yaas live updates: चक्रवाती तूफान यास का खतरा बंगाल और नॉर्थ ओडिशा के तटीय इलाकों पर बना हुआ है. भारतीय मौसम विभाग की मानें तो यह तूफान भारी चक्रवात में बदल चुका है. कई इलाकों में भारी बारिश शुरू हो चुकी है. आईएमडी के इस अलर्ट के बाद राज्य सरकारें किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए पूरी तरह से सतर्क हो गई है. एक बेहद उग्र तूफान के रूप में शाम तक इसके पारादीप और सागर द्वीपसमूह के बीच उत्तरी ओडिशा-पश्चिम बंगाल को पार करने का अनुमान है. तूफान यास से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं. तटीय जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
जब ये चक्रवात तट से टकराएगा तो इसकी स्पीड 170-180 किमी प्रति घंटे रहने की संभावना है. 26 मई की शाम को पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटों तक पहुंच सकता है. उत्तरी ओडिशा और तटीय बंगाल के इलाकों में भू भाग से टकराने की आशंका है.
अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उड़ाने निरस्त
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात के दौरान हवा की गति 155 से 165 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने और इसके बढ़कर 185 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंचने की संभावना है. चक्रवात के खतरे के बीच भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने कहा कि कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बुधवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 7:45 तक उड़ानों का संचालन निरस्त रहेगा. इसी तरह, भुवनेश्वर का बीजू पटनायक हवाईअड्डा मंगलवार रात 11 बजे से गुरुवार सुबह पांच बजे तक बंद रहेगा. दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी कई ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है.
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