ताउते चक्रवात के तूफान से देश अभी उबरा भी नहीं है कि एक दूसरे चक्रवात की सुगबुगहाट शुरू हो गई है. इस बार देश के पूर्वी तट से सटे बंगाल की खाड़ी में ‘यास’ तूफान की आने का अलर्ट जारी किया गया है. इसके मद्देनजर कोस्टगार्ड ने कमर कस ली है और अंडमान निकोबार से लेकर ओडिसा और पश्चिम बंगाल के मछुआरों को 22-26 मई के बीच समंदर में ना जाने की चेतावनी दी है. साथ ही इस दौरान कॉमर्शियल-जहाज और कार्गो-शिप्स को भी अलर्ट जारी किया गया है.


जानकारी के मुताबिक, 22 मई से उत्तरी अंडमान निकोबार से सटे समंदर में लो-प्रेशर बनना शुरू होगा, जो 24 मई तक ओडिसा से सटे समंदर में एक तीव्र तूफान का रूप ले सकता है. ये तूफान 26 मई को ओडिसा और पश्चिम बंगाल के तट से टकराने की संभावना है.


मौसम विभाग के अलर्ट के बाद कोस्टगार्ड के जहाज, एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टपर बंगाल की खाड़ी में उतर गए हैं और समंदर से लेकर आसमान तक से मछुआरों को 22 मई से पहले किनारे तक पहुंचने की घोषणा कर रहे हैं.  


आपको बता दें कि कोस्टगार्ड अभी भी नौसेना अरब सागर में ताउते चक्रवात की चपेट में आए बार्ज-305 के लापता क्रू-मेम्बर्स को ढूंढने में लगी है. इस बार्ज पर सवार 261 कर्मचारियों में से 186 को तो सुरक्षित बचा लिया गया है. इसके अलावा 49 कर्माचारियों के शव भी बरामद कर लिए गए हैं. लेकिन अभी भी 26 कर्मचारियों का कोई अता-पता नहीं है. इसके अलावा कोस्टगार्ड के जहाज और हेलीकॉप्टर्स ने मुंबई के करीब बह गए गल-कंस्ट्रेक्टर बार्ज के 137 क्रू-मेम्बर्स को सुरक्षित बचाने में भी अहम भूमिका निभाई है.