Cyrus Mistry: विवादों से रहा साइरस मिस्त्री का नाता ! जब रतन टाटा के साथ मतभेद से लगा था कॉरपोरेट जगत को झटका
Cyrus Conflict With Tata: साल 2012 में रतन टाटा (Ratan Tata) के बाद साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) को टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया था और साल 2016 में ही उन्हें पद से हटा दिया गया.
Cyrus-Tata Conflict: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) का मुंबई के पालघर में सड़क हादसे में निधन हो गया. साइरस मिस्त्री एक ऐसा नाम था, जो बीते कई सालों से विवादों में घिरा रहा. देखा जाए तो विवादों में आने के बाद ही लोगों के बीच इनका नाम होने लगा. वैसे साइरस बेहद ही शांत स्वभाव के माने जाते थे, लेकिन रतन टाटा के साथ उनके विवाद ने उन्हें एक अलग ही पहचान दे डाली थी. वह इस विवाद के बाद से ही अक्सर लाइमलाइट में रहने लगे थे.
साइरस भारतीय मूल के सबसे सफल और ताकतवर कारोबारियों में से एक 90 वर्ष के पल्लनजी मिस्त्री के बेटे हैं. उनके पिता ने न केवल उन्हें अपना पल्लनजी ग्रुप दिया बल्कि टाटा संस में अपने शेयर देकर सबसे बड़ा शेयरहोल्ड भी बना दिया था. साथ ही वह बोर्ड मेंबर भी बन गए थे, लेकिन टाटा-साइरस के विवाद बढ़ने लगे.
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, साल 2012 में रतन टाटा के बाद साइरस मिस्त्री को टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया था और साल 2016 में ही उन्हें पद से हटा दिया गया. इसी के बाद दोनों की बीच विवादों की खबरें सामने आने लगी थी. दरअसल, उन्हें हटाने का फैसला टाटा संस के बोर्ड ने ही लिया था.
विवाद का क्या कारण रहा?
दोनों के बीच विवाद का सबसे बड़ा कारण था कंपनी को लेकर होने वाले फैसले. इन चीजों को लेकर मनमुटाव बढ़ने लगा था कि आखिर किन प्रोजेक्ट में निवेश करना है और क्या टाटा ग्रुप को अमेरिकी फास्ट फूड चेन से जोड़ा जाना चाहिए.
वहीं, टाटा ग्रुप ने मिस्त्री के मालिकाना हक वाले एसपी ग्रुप (SP Group) के शेयर को खरीदने और उसे टाटा सन्स में मिलाने का ऑफर दिया था जिसे मिस्त्री परिवार ने नहीं माना था. जब इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया तो रतन टाटा के पक्ष में फैसला आया.
नोएडा एयरपोर्ट को लेकर भी रहा है विवाद
इतना ही नहीं टाटा और साइरस के बीच नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर भी बड़ा विवाद रहा है. इसे बनाने के ठेके को लेकर दोनों ही कंपनी होड़ में थीं, लेकिन आखिर में इसका काम टाटा ग्रुप के हाथ लगा था. इस एयरपोर्ट के 2024 में शुरू होने की उम्मीद है
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