Hangul Census in Dachigam National Park: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के राजकीय पशु हंगुल (Hangul) की तादाद का पता लगाने के लिए दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान (Dachigam National Park) को कुछ दिनों के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है. हंगुल को कश्मीरी हिरन (Kashmir Stag) के रूप में भी जाना जाता है. इन्हें विलुप्त होने की कगार पर माना गया, इसलिए इनकी कम संख्या को लेकर हमेशा से चिंता जताई जाती रही है. 


ट्यूलिप के सीजन की शुरुआत से ठीक पहले हंगुल की गिनती की जा रही है, इसलिए इस राष्ट्रीय उद्यान घूमने की सोच रहे लोगों को सूचित किया गया है कि वे 15 से 20 मार्च तक यहां न आएं. दरअसल, इस सीजन में अच्छी खासी संख्या में पर्यटक यहां घूमने पहुंचते हैं. श्रीनगर वन्यजीव संरक्षण विभाग ये गणना करेगा, इसलिए 15 मार्च से इस उद्यान को पूरी तरह से बंद रखा जाएगा. 


300 से भी कम है वर्तमान में हंगुल की आबादी


सेंट्रल श्रीनगर के डीएफओ और वाइल्डलाइफ वार्डन अल्ताफ अहमद ने बताया, ''हंगुल गणना 2023 के सुचारू संचालन के लिए दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान 15 से 20 मार्च तक सभी पर्यटकों के लिए बंद रहेगा.'' हंगुल गणना हर दो साल में विशेष प्रकिया के तहत की जाती है, इससे इनकी संख्या में इजाफा या गिरावट का पता लगाया जाता है. वन्यजीव विभाग की ओर से 2021 में दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान में की गई गणना से पता चला है कि हंगुल की आबादी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है. 2021 के आंकड़े के मुताबिक अभी हंगुल की संख्या 263 है.


अधिकारियों ने जताई आबादी में बढ़ोतरी की उम्मीद


अल्ताफ अहमद ने कहा, "हमें उम्मीद है कि भविष्य में नर और मादा शावकों का एक स्वस्थ अनुपात आखिरकार हंगुल की आबादी में बढ़ोतरी करेगा." बता दें कि 2020 में मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के कंगन में वांगथ के नारानाग वन क्षेत्र में भी हंगुल देखा गया था. एक अधिकारी ने कहा, "दाचीगाम यात्रा के दौरान एक हंगुल को देखना सौभाग्य की बात है. हम नहीं चाहते कि हंगुल गणना के दौरान पार्क में पर्यटकों के आने से कोई गड़बड़ी हो क्योंकि ट्यूलिप गार्डन 19 मार्च को खुलने की संभावना है. 


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