स्वच्छ भारत: बच्चों की हत्या के बाद हरकत में केंद्र, राज्यों को एडवाइजरी भेज कहा- जबरन बदलाव की कोशिश गलत
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के भावखेड़ी गांव में पिछले दिनों पंचायत भवन के सामने शौच करने के आरोप में दो दलित बच्चों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी.
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए किसी भी सरकारी या ग़ैर सरकारी एजेंसियों को ज़बरदस्ती या दबाव का प्रयोग नहीं करने की हिदायत दी है . इसके लिए सभी राज्यों को एडवाइजरी भी जारी की गई है. शुक्रवार को भेजे गए एडवाइजरी में सभी राज्यों से कहा गया है कि वो लोगों में जागरूकता फ़ैलाने के लिए सकारात्मक तरीकों का इस्तेमाल करें.
सकारात्मक तरीके से हो बदलाव जलशक्ति मंत्रालय के अधीन पेयजल और स्वच्छता विभाग की ओर से जारी इस एडवाइजरी के मुताबिक़, लोगों के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाना और सभी लोगों को शौचालय मुहैया करवाना स्वच्छ भारत मिशन का बुनियादी लक्ष्य है. ऐसे में अगर कोई सरकारी या ग़ैर सरकारी एजेंसी या कोई व्यक्ति किसी जबरन तरीके का सहारा लेता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मध्य प्रदेश में 2 दलित बच्चों की हत्या के बाद जागी सरकार केंद्र सरकार ने ये एडवाइजरी मध्यप्रदेश के शिवपुरी ज़िले में 26 सितम्बर को हुई उस वारदात के बाद जारी की है जिसमें 2 दलित बच्चों की हत्या कर दी गई. इन बच्चों का कसूर बस इतना था कि वो खुले में शौच कर रहे थे. एडवाइजरी में भी इस घटना का ज़िक्र करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की वक़ालत की गई है. इस तरह की घटनाएं पहले भी प्रकाश में आती रही हैं. कभी कभी तो ज़िला प्रशासन की तरफ से ही ऐसे बर्ताव की खबरें आती हैं. इन्हीं ख़बरों के चलते केंद्र ने राज्य सरकारों को जुलाई 2017 में भी ऐसी ही एक एडवाइजरी भेजी थी.
MP: शिवपुरी में पंचायत भवन के सामने शौच करने पर दो दलित बच्चों की हत्या
खुले में शौच से मुक्ति की घोषणा करेंगे पीएम सरकार का ये निर्देश ऐसे समय में आया है जब 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को खुले में शौच से मुक्त घोषित करेंगे. 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन के तहत पांच सालों में देश को खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया था. मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों में अबतक 10 करोड़ से ज़्यादा शौचालयों का निर्माण पूरा हो चुका है.