अहमदाबाद: उच्च जाति के कुछ लोगों ने दलित दूल्हे के घोड़ी पर सवार होने को लेकर आपत्ति जताते हुए बारात को कुछ घंटे तक रोक दिया. पुलिस ने बताया कि यह घटना गांधीनगर के मनसा तालुका के परसा गांव में हुई. मनसा थाने के निरीक्षक पी जी पटेल ने बताया , ‘‘चार - पांच लोगों ने बारात के दौरान दलित दूल्हे को घोड़ी पर नहीं चढ़ने दिया. पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस , स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और अपराध शाखा के कर्मियों की टीम मौके पर पहुंची और हालात पर नियंत्रण पाया. ’’
उन्होंने कहा कि पुलिस टीम के पहुंचने पर बारात को रोक रहे चार - पांच लोगों का समूह वहां से भाग गया. पटेल ने बताया , ‘‘आखिरकार , पुलिस सुरक्षा में बारात निकली. किसी तरह की झड़प या अप्रिय घटना नहीं हुई. शांति से शादी संपन्न हो गई.’’ उन्होंने कहा कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है.
गुतरात में दलितों के खिलाफ अत्याचार का यह पहला मामला नहीं है. पिछले दिनों मेहसाणा जिले में एक 13 साल के लड़के ने रजवाड़ी जूती पहन ली तो दंबंगों ने उसे बेरहमी से पीट दिया. इतना ही नहीं दंबंगों ने पिटाई का वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया पर भी डाल दिया. वीडियो देखने के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है. बताया जा रहा है कि लड़के ने रजवाड़ी जूती पहनी हुई थी, इसी से दबंग गुस्साए थे. आरोपी अब तक गिरफ्तार नहीं हुए हैं. पुलिस का कहना है कि नाबालिग किशोर की शिकायत पर चार लोगों को खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है.
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