Jagdeep Dhankhar News: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने के मामले को लेकर राजनीति पूरे जोर-शोर से चल रही है. बीजेपी ने इस मुद्दे पर विपक्ष को घेरना शुरू कर दिया है. इस बीच बसपा के पूर्व नेता और लोकसभा सांसद कुंवर दानिश अली ने खुद को गाली दिए जाने का मुद्दा भी उठा दिया है. उन्होंने कहा है कि गाली देने वाले संसद के अंदर बैठे हुए हैं और सवाल पूछने वाले बाहर. उनका इशारा बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की ओर था.
दरअसल, इस साल सितंबर में संसद सत्र के दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली को सदन में अपशब्द कहे थे. उन्होंने बसपा के पूर्व नेता को गालियां भी दी थीं. इसे लेकर काफी बवाल मचा था. दानिश अली ने बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी. हालांकि, संसद में तो बिधूड़ी के खिलाफ ज्यादा कार्रवाई नहीं हुई, मगर बीजेपी ने जरूर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर सवाल पूछा था. ऐसे में एक बार फिर से ये मुद्दा उठाया गया है.
पीएम मुझे भी एक फोन कर लेते: दानिश अली
एक निजी चैनल से बात करते हुए दानिश अली ने कहा, 'देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज (20 दिसंबर) जब अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे थे, तो मेरे जख्म फिर से ताजा हो गए. मुझे आज पता चला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन कर उपराष्ट्रपति से बात की है.' उन्होंने कहा, 'मैं भी उस सदन का सदस्य हूं, जिसके नेता प्रधानमंत्री मोदी हैं. कम के कम हमें भी एक फोन कर लेते, दो लाइन की एक चिट्ठी लिखकर भेज देते. कम से कम मेरे साथ हुई घटना का निंदा कर देते. वह ये भी कह सकते थे कि इस घटना ने लोकतंत्र के मंदिर को शर्मसार किया है.'
गाली देने वाले सदन के अंदर, सवाल पूछने वाले बाहर: दानिश अली
बसपा के पूर्व नेता ने कहा, 'बीजेपी मेरे साथ हुई बदसलूकी की निंदा करने के बजाय अपने सांसद रमेश बिधूड़ी को बचाने में लग गई. देश के प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि वह ऐसा भेदभाव क्यों कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'बीजेपी ही ये बात बता पाएगी कि गाली देने वाले संसद के अंदर बैठेंगे और सवाल पूछने वाले को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. अपने पास पर घुसपैठियों को सदन में लाने वाले बीजेपी के सांसद अंदर बैठेंगे और उस पर अगर विपक्ष के सांसद सवाल पूछेंगे, तो उन्हें निलंबित कर बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.'
लोकसभा सांसद ने कहा, 'इस तरीके से लोकतंत्र और देश नहीं चलता है. अगर आपको इस तरह से देश चलाना था, तो बीजेपी की संसदीय दल की बैठक हुई थी. वहां पर ही सबकुछ तय कर लेना था. 141 सांसदों को निलंबित कराने की क्या जरूरत थी.' दानिश अली उन 141 सांसदों में शामिल हैं, जिन्हें सदन में हंगामा खड़ा करने और सही तरीके से व्यवहार नहीं करने पर निलंबित किया गया है.
यह भी पढ़ें: Lok Sabha से सस्पेंड हुए दानिश अली तो छलका दर्द, पूछा- जब मुझे गालियां दी गईं तब...