Helicopter Crash: हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की बेटी पायलट बनना चाहती है. जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के साथ हेलीकॉप्टर हादसे में आगरा के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान (Wing Commander Prithvi Singh Chauhan) की भी मौत हो गई थी. पृथ्वी सिंह के इस तरह चले जाने से पूरा परिवार दुखी है. विंग कमांडर की 12 वर्षीय बेटी है, जिसका कहना है कि वह अपने पिता के नक्शेकदम पर चलना चाहती है और भारतीय वायु सेना में पायलट (Pilot) बनना चाहती है.
पायलट बनना चाहती है कमांडर पृथ्वी चौहान की बेटी
अपने परिजनों की उपस्थिति में आगरा के ताजगंज स्थित श्मशान में अपने सात वर्षीय भाई अविराज और चचेरे भाई पुष्पेंद्र सिंह के साथ अपने पिता की चिता को जलाने के बाद सातवीं कक्षा की छात्रा आराध्या (Aaradhya) ने कहा कि वह अपने पिता का अनुकरण करना चाहती है क्योंकि वह उसके हीरो थे. उन्होंने कहा मेरे पिता मुझे अपनी पढ़ाई (Study) पर ध्यान देने की सलाह देते थे न कि अंकों का पीछा करने की. उनका मानना था कि अगर मैं पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करूंगी तो अच्छे अंक (Marks)आएंगे.
पृथ्वी सिंह चौहान का परिवार 2006 में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर से आगरा (Agra) आ गया था. वह वर्ष 2000 में वायु सेना में शामिल हुए. वह तमिलनाडु में अपने काम के हिस्से के रूप में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के साथ उड़ान भर रहे थे. जहां हादसे में उनकी मौत हो गई. वायुसेना के अधिकारियों, आगरा प्रशासन और पुलिस सहित अन्य अधिकारियों ने विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान को श्रद्धांजलि दी.
बता दें कि बीते 8 दिसंबर को देश ने हेलिकॉप्टर क्रैश में CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 जवानों को खो दिया था. हर देशवासी को अपने अफसरों को खोने का गम है. सभी उनकी आत्मा की शांति और उनके परिवार को साहस और इस अपार दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना (Prayers) कर रहे हैं.
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