नई दिल्लीः दिल्ली के सरकारी अस्पताल एलएनजेपी पर बड़ी लपारवाही का आरोप लगा है. अमरप्रीत नाम की लड़की ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि वह अपने पिता को लेकर अस्पताल के बाहर खड़ी रही, लेकिन उन्हें अंदर जाने नहीं दिया और बिना इलाज के उसके पिता ने दम तोड़ दिया.


अमरप्रीत के पिता लखजीत सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे. अमरप्रीत ने सुबह करीब 8 बजे एक ट्वीट कर कहा कि उनके पिता की हालत लगातार बिगड़ रही है. उनको तेज बुखार है और वह कोरोना संक्रमित हैं, लेकिन अस्पताल वाले उनको अंदर नहीं जाने दे रहे हैं और अगर उनको जल्द मदद नहीं मिली तो वह नहीं बचेंगे.



अमरप्रीत को जिस बात का डर था वही हो गया. अमरप्रीत ने 9:08 पर ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी, अपने ट्वीट में अमरप्रीत ने कहा कि "सरकार नाकाम साबित हुई क्योंकि मेरे पिता नहीं बचे."



अमरप्रीत ने जो बात कही उस बात की तस्दीक अमरप्रीत के भाई सतविंदर भी करते हैं. सतविंदर के मुताबिक जब वह लोग अस्पताल के बाहर पहुंचे, उनके पिता 69 साल के लखजीत सिंह की हालत बहुत खराब हो रही थी, लेकिन अंदर ले जाने के लिए कोई तैयार नहीं था. काफी कोशिश के बाद जब अस्पताल का कोई स्टाफ अंदर ले जाने को तैयार नहीं हुआ तो वह खुद ही अपने पिता को अंदर लेकर गए, लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुके थे. सतविंदर के मुताबिक अस्पताल ने इस वजह से उनकी मदद नहीं की क्योंकि उनके पिता कोरोना संक्रमित थे.


अमरप्रीत के चाचा के मुताबिक पिछले कई दिनों से वह अमरप्रीत के पिता के इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों के चक्कर काट रहे थे और इस बात की जानकारी अमरप्रीत ने खुद पिछले कुछ दिनों के दौरान लगातार किए गए ट्वीट के ज़रिए जी भी दी थी.


अमरप्रीत का 2 जून का ट्वीट बताता है कि उनके पिता कोरोना संक्रमित हैं. लेकिन दिल्ली सरकार की कोई हेल्पलाइन काम नहीं कर रही, इसलिए अमरप्रीत ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिलीप पांडे से मदद की गुहार की.



अमरप्रीत के परिवारवालों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों के दौरान वे सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों तक चक्कर लगाते रहे लेकिन कहीं से उनको सही से मदद नहीं मिली. कोरोना की जांच के बाद जो रिपोर्ट भी आई उस पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं.


हालांकि मामला सामने आने के बाद एलएनजेपी अस्पताल की तरफ से सफाई देते हुए कहा गया जब पीड़ित को अस्पताल लाया गया तो उस दौरान उनकी मौत हो चुकी थी.


अमरप्रीत के पिता की मौत की खबर के बाद अब इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है. बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार सिर्फ विज्ञापन पर ही पैसा खर्च करती रही, लेकिन जरूरतमंदों तक मदद नहीं पहुंची.


लेकिन अमरप्रीत के पिता की मौत पूरे सिस्टम पर ही सवाल खड़े कर रही है. क्योंकि एक तरफ कहा जा रहा है कि जरूरतमंदों को बिना किसी भेदभाव के इलाज मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ ऐसी तस्वीरें भी सामने आ रही हैं, जहां पर इलाज के अभाव में ही अस्पताल के गेट पर लोग दम भी तोड़ रहे हैं.