(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
दाऊद इब्राहिम की पुश्तैनी जमीन और घर नीलाम, नहीं लगी गुर्गे इकबाल मिर्ची के फ्लैट की बोली
दाऊद इब्राहिम के गुर्गे इक़बाल मिर्ची की प्रोपर्टी के लिए खरीददार इस बार भी कोई नहीं आया. मुम्बई के सांताक्रुज में इकबाल मिर्ची की प्रॉपर्टी है. सांताक्रुज के मिल्टन अपार्टमेंट में इकबाल मिर्ची के घर को लेकर जितने लोगों ने रुचि दिखाई उनका मानना था कि मार्केट रेट से ज्यादा है.
मुम्बई: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कासकर के पैतृक गांव महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के खेड़ तहसील की पैतृक संपत्ति आज नीलाम हो गई. स्मगलर्स एंड फॉरेन एक्स्चेंज मॅनिप्युलेटर्स (SAFEMA) एजेंसी डॉन दाऊद की संपत्ति की नीलामी कराई. दाऊद इब्राहिम की ये सभी संपत्ति रत्नागिरी के खेड़ तहसील में है. दाऊद के पुश्तैनी खेत की जमीन और 1 पुस्तैनी घर की सफल बोली लगाकर नीलामी हुई.
SAFEMA के एडिशनल कमिश्नर आरएन डिसूजा ने बताया कि दाऊद इब्राहिम की 7 प्रॉपर्टी में से 6 बिक गई. एक प्रॉपर्टी नीलामी से हटा दी गई थी. दिल्ली के वकील भूपेंद्र भारद्वाज ने खेत जमीन की प्रॉपर्टी 4,5,7,8 की बोली लगाई. इसके अलावा वकील अजय श्रीवास्तव ने दाऊद की हवेली 11 लाख 20 हजार रुपए में खरीदी. अजय श्रीवास्तव में इस बंगले के अलावा दाऊद की जमीन भी खरीदी है. अजय श्रीवास्तव ने दोनों संपत्ति सील टेंडर में जीता.
दाऊद इब्राहिम के गुर्गे इक़बाल मिर्ची की प्रोपर्टी के लिए खरीददार इस बार भी कोई नहीं आया. मुम्बई के सांताक्रुज में है इकबाल मिर्ची की प्रॉपर्टी है. सांताक्रुज के मिल्टन अपार्टमेंट में इकबाल मिर्ची के घर को लेकर जितने लोगों ने रुचि दिखाई उनका मानना था कि मार्केट रेट से ज्यादा है.
SAFEMA के एडिशनल कमिश्नर आरएन डिसूजा ने बताया की, इस नीलामी में बोली लगाने वालो ने 2 नवम्बर को संपत्ति को देखकर मुआयना किया. 6 नंवबर तक एप्लिकेशन की प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद बिडिंग लगाने वालों के जरिये डिपाजिट जमा करवाया जाएगा औए आज 10 नवम्बर को ई नीलामी, टेंडरिंग और सार्वजनिक बिडिंग ऐसे तीन प्रोसेस के जरिये ये निलामी प्रक्रिया पूर्ण की गई.
90 के दशक में तस्करी, फिरौती, आंतकवादी गतिविधियों, नकली नोटों की छपाई, ड्रग, अवैध हथियारों की तस्करी, रियल एस्टेट, गुटखा, होटल बिजनेस और बाकी काले धंधों से भले दाऊद इब्राहिम ने पाकिस्तान, UAE, तुर्की और दुनिया के बाकी देशों में अरबो की संपत्ति बना ली हो लेकिन उसके गांव की पुरखो की संपत्ति, उसका बंगला, खेती की जमीन से उसका नामों निशान मिट गया है.