नई दिल्ली: हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर की सनसनीखेज रेप और हत्या की वारदात से व्यथित अनु दुबे नाम की एक युवती ने आज राजधानी दिल्ली में संसद भवन के पास धरना दिया. इस दौरान पुलिस अनु को जबरदस्ती थाने ले गई और वहां उससे करीब चार घंटों तक पूछताछ हुई. पुलिस थाने से बाहर आने के बाद युवती ने पुलिस पर उसे मारने का आरोप लगाया. युवती ने अपने साथ बदसलूकी मामले में थाने में शिकायत दी है.


इस मामले पर अब दिल्ली पुलिस का भी बयान आ गया है. दिल्ली पुलिस के एडिशनल पीआरओ अधिकारी अनिल मित्तल ने बताया कि अनु दुबे को पुलिस ने बताया कि वह जहां प्रदर्शन कर रही हैं इसकी इजाजत यहां नहीं है. उन्होंने कहा कि पुलिस के निर्देशों को फॉलो नहीं करने के बाद अनु को महिला पुलिसकर्मियों द्वारा पुलिस स्टेशन ले जाया गया. अनिल मित्तल ने बताया कि बाद में अनु को छोड़ दिया गया.





हैदराबाद गैंगरेप: दिल्ली में धरना दे रही लड़की का आरोप- थाने में पुलिस ने चुभाए नाखून, प्रदर्शन न करने की शर्त पर छोड़ा


इससे पहले दिल्ली महिला आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया. दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाती मालीवाल ने इस मामले में दिल्ली पुलिस के डीसीपी को एक पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने कहा है कि दिल्ली महिला आयोग ने अनु दुबे की शिकायत का संज्ञान लिया है कि उसका पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन के पुलिसवालों ने उत्पीड़न किया है.


तीन लेडी कॉन्सटेबल मेरे ऊपर चढ़ीं- अनु


अनु दुबे ने एबीपी न्यूज़ से कहा, ‘’आप मेरा बोर्ड ला दो.’’ अनु दुबे ने बताया, ‘’तीन लेडी कॉन्सटेबल मेरे ऊपर चढ़ी थीं. वो कुछ जानकारी पूछ रहे थे, मैंने कहा मैं बाहर जाकर ही बोलूंगी. मैं मना कर रही थी. इस बात पर उन्होंने मेरे साथ जबरदस्ती की. मुझे नाखून चुभाए और बुरी तरह मारा. उन्होंने मुझसे बैठने के लिए कहा, लेकिन मैं नहीं बैठी.’’


हैदराबाद गैंगरेप: संसद के सामने धरने पर बैठी लड़की, सुबक-सुबक कर बोली- ‘मैं भी जलूंगी लेकिन लडूंगी’


बता दें कि अनु दुबे देश में लगातार हो रही रेप की घटनाओं से व्यथित हैं. उनका कहना है कि देश में हर बीस मिनट में किसी लड़की का रेप होता है. उन्होंने कहा, ''मैं मरना नहीं चाहती. मैं और रेप के मामले नहीं देख सकती. मैं पूरी रात सोई नहीं हूं और ये सिर्फ एक रात की बात नहीं है.’’