(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
DDC चुनाव: कुपवाड़ा में PoK से आई महिला उम्मीदवार का हुआ भारी विरोध
मामला कुपवाड़ा के द्रग्मुल्ला का है जहां से पाकिस्तानी महिला 42 साल की सोमिया सदफ चुनावी मैदान में है. सोमिया सदफ भी 2010 में तत्कालीन उमर अब्दुल्ला सरकार के दौरान पूर्व आतंकियों के लिए- पुनर्वास नीति की घोषणा के तहत कश्मीर आई थी. वह उन सैंकड़ों महिलाओं में शामिल थी जो पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते अपने कश्मीरी पति के साथ आई.
कुपवाड़ा में पाकिस्तान से आतंकी पुनर्वास योजना के तहत वापस लौटी पूर्व आतंकी की पत्नी को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शन सरकार और प्रशासन के खिलाफ था. इन सभी प्रदर्शन करने वालों का आरोप है कि भारत सरकार उनके साथ इंसाफ नहीं कर रही है. दरअसल, इस विरोध प्रदर्शन के पीछे भी जम्मू-कश्मीर में चल रहे डीडीसी चुनाव ही है.
मामला कुपवाड़ा के द्रग्मुल्ला का है जहां से पाकिस्तानी महिला 42 साल की सोमिया सदफ चुनावी मैदान में है. सोमिया सदफ भी 2010 में तत्कालीन उमर अब्दुल्ला सरकार के दौरान पूर्व आतंकियों के लिए- पुनर्वास नीति की घोषणा के तहत कश्मीर आई थी. वह उन सैंकड़ों महिलाओं में शामिल थी जो पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते अपने कश्मीरी पति के साथ आई.
सोमिया और उसका परिवार भी इसी नीति का फायदा उठाकर नेपाल के रास्ते वापस लौटे और कुछ दिन जेल में गुज़ारने के बाद घर वापस आ गए. लेकिन सोमिया के अलावा किसी भी पाकिस्तानी महिला को ना तो कश्मीर की नागरिकता दी गई और ना ही उन्हें वापस लौटने की इजाजत. अब इसी बात का विरोध बाकी पाकिस्तानी महिलाएं कर यह सवाल उठा रही हैं कि सरकार यह बताए कि सोमिया सदफ कैसे चुनाव लड़ रही है.
महिलाओं का आरोप है कि अगर पाकिस्तानी नागरिक के तौर पर सोमिया को चुनाव लड़ने दिया गया तो किस कानून के तहत और अगर उसे नागरिकता दी गई है तो बाकी महिलाओं पर यह मेहरबानी क्यों नहीं?
पाकिस्तानी के कब्जे वाले कश्मीर के मुज़फ्फराबाद की रहने वाली सोमिया 2010 में अपने कश्मीरी पति और बच्चों के साथ जम्मू-कश्मीर आई थी. सोमिया का पति कुपवाड़ा के द्रग्मुल्ला का रहने वाला है और 1990 में हथियारों की ट्रेनिंग के लिए पीओके चला गया था. लेकिन वहां उसने हिंसा का रास्ता छोड़कर आम जीवन गुज़रना शुरू किया और साल 1998 में सोमिया से शादी कर ली. सोमिया के अनुसार, कश्मीर लौटने पर जो प्यार और भरोसा उसे यहां के लोगों से मिला उसी का यह नतीजा है कि वे चुनावी मैदान में है.