दंतेवाड़ा: ''मम्मी अगर मैं जीवित बचा तो गनीमत है...मम्मी मैं तुझसे बहुत प्यार करता हूं...हो सकता है इस हमले में मैं मारा जाउं...परिस्थिति सही नहीं है...पता नहीं क्यों मौत को सामने देखकर मुझे डर नहीं लग रहा है.'' ये शब्द दूरदर्शन के पत्रकार मोर मुकुट शर्मा ने नक्सली हमले में घायल होने के बाद वीडियो बनाते हुए कहे हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद से ही मौत से बाजी जीतने वाले इस पत्रकार की बहादुरी को सलाम किया जा रहा है.
बता दें कि मंगलवार को छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा के आरनपुर में दूरदर्शन के क्रू पर नक्सलियों के हमला की घटना सामने आई थी. नक्सलियों के इस हमले में दूरदर्शन के कैमरामैन अच्युतानंद और दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इसी हमले के बाद दूरदर्शन के वीडियो जर्नलिस्ट ने एक वीडियो बनाया जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में पत्रकार मुकुट शर्मा काफी बुरी हालात में जमीन पर गिरे हए हैं, लेकिन मौत को सामने देखते हुए भी इन्होंने अपने जज्बे को कम नहीं होने दिया और वीडियो बनाकर अपना दर्द सबके सामने बयां किया.
इस वीडियो में यह पत्रकार कह रहा है, ''आतंकवादी हमला हो गया है. हम दंतेवाड़ा में आए थे इलेक्शन कवरेज पर. एक रास्ते से जा रहे थे...आर्मी हमारे साथ ही...अचानक घेर लिया नक्सलियों ने...मम्मी अगर मैं जीवित बचा तो गनीमत है...मम्मी मैं तुझे बहुत प्यार करता हूं...हो सकता है इस हमले में मारा जाउं...परिस्थिति सही नहीं है...पता नहीं क्यों मौत को सामने देखते हुए डर नहीं लग रहा है...बचना मुश्किल है...6-7 जवान हैं चारों तरफ से घेर लिया है...लेकिन मैं यही कहूंगा...''
कैसे हुआ हमला
दरअसल, दूरदर्शन की टीम दंतेवाड़ा में इलेक्शन कवरेज के लिए पहुंची थी. इस कवरेज के लिए दूरदर्शन की टीम के साथ पुलिस भी थी. लेकिन दंतेवाड़ा जिले के निलवाया क्षेत्र में हुए नक्सलियों के हमले में दूरदर्शन के कैमरा मैन अच्युतानंद और पुलिस के दो जवान शहीद हो गए.
लोगों ने उठाए सरकार के दोहरे रवैये पर सवाल
इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर सरकार के दोहरे रवैया की जमकर आलोचना हो रही है. लोगों का तर्क है कि 'आयुष्मान भारत' स्कीम के तहत गरीबों को 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा देने वाली केंद्र सरकार अपने ही कर्मचारियों के प्रति दोहरा रवैया अपना रही है. जो सरकार मात्र 12 रुपये में आम लोगों को 2 लाख रुपये का इंश्योरेंस देने का दावा करती है उसके खुद के प्रसार भारती के प्रोफेशनल्स को मेडिकल और इंश्योरेंस तक की सुविधा नहीं दी जा रही है. लोगों ने इसी बात को लेकर सरकार पर अपने ही कर्मचारियों के प्रति दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है.